आज भी स्थानीय प्रतिभाओं के नाम रहेगा दिन
उदयपुर। दीपावली मेला 2014 का शानदार आगाज मंगलवार शाम 7.30 बजे ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गुलाबचंद कटारिया के मुख्य आतिथ्य व निम्बार्क पीठ, अस्थल आश्रम के मेवाड महामण्डलेश्वर रासबिहारी शरण के सानिध्य में हुआ। पूजन के बाद महापौर रजनी डांगी, मेला संयोजक हेमलता शर्मा व अन्य पार्षदों ने अतिथियों को मेला भ्रमण करवाया।
मंच पर कटारिया रासबिहारी शरण, सांसद अर्जुन मीणा, ग्रामीण विधायक फूलचंद मीणा, दिनेश भट्ट,नीलिमा सुखाडिया आदि का माल्यार्पण कर स्वागत किया। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मेले में बाहरी कलाकारों को बुलाकर लाखों रुपए खर्च करके भीड़ जुटाई जाती है। मैं कहता हूं कि हमें भीड़ नहीं चाहिए। नगर निगम यहां की प्रतिभाओं को मौका दे, उन्हें पुरस्कृत करें। परिजन भी बच्चों को कमजोर नहीं समझें। कोशिश ऐसी हो कि यहां की प्रतिभाओं को बाहर प्रस्तुतियां देने का मौका मिले। नगर निगम मेले में एक दिन प्रतिभाओं को पारितोषिक बांटने का रखे।
मेला प्रवक्ता कृष्णकांत कुमावत ने बताया कि कलाकारों के चयन के निर्णायक न्यू सेंट्रल एकेडमी स्कूल की संगीत शिक्षक वीणा लोहार, रमेश नागदा, हिरणमगरी सेक्टर 11 के संगीत शिक्षक मनमोहन भटनागर का 3 वर्षों से बहुत योगदान रहा है। इनका सम्मान किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत में प्रथम रावल ने तबला व वायलन की संगत पर गणपति आरती की और उसके बाद उन्होंने फिल्मी रिमिक्स व राजस्थानी गीत की शानदार प्रस्तुति दी।
इसके बाद अक्षरा ने ‘ओम नम: शिवाय…’ सुहानी चौधरी ने रिमिक्स, सोनु गवाईया ने ‘श्याम तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए…’ सुनाकर वातावरण भक्तिमय कर दिया। भौमिका श्रीमाली ने ‘आ रे प्रीतम प्यारे…’ खुशी जैन ने फ्यूजन डांस, लिशिका डागरिया ने ‘जब छाए मेरा जादू…’ गीत, जितेन्द्र सालवी के जेडीसी ग्रुप ने फालतू फिल्म ‘आवाज दो अपने दिल को…’ पर डांस, विजय कुमावत ने ‘खाईके पान बना रसवाला…, नीलू कुमावत ने ‘शिरडी वाले सांई बाबा…’ गीत, महिमा पालीवाल ने ‘निम्बूडा निम्बूडा…’ पर डांस, पार्थ जैन ने रिमिक्स, विनोद कुमार राठौड ने यारान फिल्म का ‘छूकर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा…’ की गाना सुनाया।
युग नागदा ने ‘मुस्कुराने की वजह तुम हो…’ गाना, सुमन राव ने फिल्म डॉन का ‘ये मेरा दिल प्यार का दीवाना…’ गाना, रोशनी श्रीवास ने ‘आयो रे आयो रे म्हारो ढोलना…’ पर राजस्थानी डांस, रूद्राक्षी चतुर्वेदी ने ‘कालियो कूद पड्यो मेला में…’ कालबेलिया डांस, विदिशा अग्रवाल व स्नेहा कुमावत ने ‘आपा मेला में घुमुंगा, आपा डोलर में झुलांगा, कोनी चालू रे बजरंगा…’ मारवाडी डांस प्रस्तुत कर सबको झुमा दिया। जिगर डांगी ने ‘सू करे छे…’ गुजराती रिमिक्स डांस, भावना शर्मा ने फिल्म जब जब फूल खिले का ‘ये समा, समा है ये प्यार का, किसी के इंतजार का…’ गीत, शंकरलाल लोट ने फिल्म धर्मवीर का ‘ओ मेरी महबूबा तुझे जाना है तो आ तेरी मर्जी मेरा क्या…’ पर गाना, आशीष कुमावत ने फ्यूजन ‘कभी जो बादल बरसे…’ पर डांस, विक्रम सोनी ने फिल्म एक दूजे के लिए ‘सोलह बरस की बाली उमर को सलाम…’ पर गाना, मितेश सुथार ने रिमिक्स गाना ‘रघुपति राघव राजा राम…’ पर डांस, तनवी मेघवाल ने ‘नीर भरत जमूना तट पर जब जब नीर उठा गागर…’, क्लासिक्ल डांस, हुमा शेख ने फिल्म हम दिल दे चुके सनम का ‘ढोली थारो ढोल बाजे…’ पर डांस, दिव्यांश मेनारिया ने ‘इश्क वाला लव…’ पर डांस, हरिश वर्मा ने ‘इक न इक दिन ये कहानी बनेगी तू मेरे सपनों की रानी बनेगी…’ पर गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में हनी शर्मा ने अपनी जादूगरी के करतबों से सबका मन मोह लिया।