आरोपी पुलिस पकड़ से दूर, सुरक्षा के इंतजाम नहीं
उदयपुर। शालीमार-उदयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में लूट की वारदात का खुलासा नहीं हो पाया है। यह वारदात मध्यप्रदेश के रूठियाई स्टेशन के आस-पास हुई। वारदात के बाद लुटेरे चेन पुलिंग करके भाग छूटे। इस मामले की जांच जीआरपी और गुना पुलिस कर रही है, लेकिन लुटेरों का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है।
शालीमार-उदयपुर एक्सप्रेस टे्रन के जनरल कोच में मध्यप्रदेश के रूठियाई स्टेशन से हथियारबंद बदमाश चढ़े, जिनकी संख्या करीब दस बताई जा रही है। इन लोगों ने एक दर्जन यात्रियों के साथ हथियार दिखाकर लूटपाट की। यात्रियों से नकदी, ज्वैलरी और सामान से भरे करीब दस बैग लूटकर बदमाश चेन पुलिंग कर भाग गए। ट्रेन के कोटा पहुंचने पर जीआरपी पुलिस को वारदात की जानकारी दी गई।
तिलकगंज, सागर (एमपी) निवासी अर्पित जैन ने रिपोर्ट दी कि वह, उनके भाई, भाभी, दोस्त और अन्य परिचितों के साथ सागर से शालीमार एक्सप्रेस से उदयपुर आ रहे थे। सोमवार रात ट्रेन रूठियाई स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन जैसे ही आगे रवाना हुई, तो 8-10 लुटेरे हाथों में चाकू, छुरी और अन्य हथियार लेकर कोच में गए और धमकाते हुए सभी यात्रियों के बैग और अन्य सामान लूट लिए। फिर चेन पुलिंग कर अंधेरे का फायदा उठाते हुए भाग गए। वे 10 बैग लूटकर ले गए। जिन यात्रियों का सामान चोरी हुआ हैं, उनमें दिवाकर सुणवा, अर्चना शामिल हैं। जीआरपी द्वारा दर्ज जीरो नंबर की प्राथमिकी गुना जीआरपी को भेज दी गई है।
ट्रेन में एस्कोटिंग नहीं: उदयपुर से विभिन्न जगह जाने वाली ट्रेनों में कोटा से छबड़ा, बारां होकर इंदौर, जबलपुर, शालीमार की ओर जाने वाली वीकली ट्रेन दिल्ली व अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। एस्कोटिंग के नाम पर कोई जवान नहीं होते। यही हाल शालीमार-उदयपुर वीकली का भी है। जानकारी के अनुसार शालीमार-उदयपुर ट्रेन के सामान्य कोच में लुटेरे खुलेआम लूटपाट करते रहे हैं, लेकिन यात्रियों को बचाने के लिए कोई सुरक्षा प्रहरी नहीं पहुंचा, जबकि पिछले दिनों उदयपुर में देबारी एरिया में रात को लूट की घटना के बाद जीआरपी एसपी ने दौरे के दौरान कहा था कि अब लंबी दूरी की ट्रेनों में नितमित रूप से गार्ड की तैनाती होगी। उदयपुर में होने वाली घटना भी जनरल कोच में हुई थी।