पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल
उदयपुर। भीलों का बेदला प्रतापपुरा स्थित पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल में 8 एवं 9 नवम्बलर को दो दिवसीय कॉंकलियर इम्प्लांट पर अन्तराष्ट्रीय कॉन्फ्रेन्स होगी। इसका उदघाटन पीएमसीएच के संस्थापक बीआर अग्रवाल, चेयरमैन राहुल अग्रवाल करेंगे। अध्यक्षता वाइस चेयरमैन आशीष अग्रवाल करेंगे।
संस्थान के प्रेसिडेन्ट डॉं. डीपी अग्रवाल ने बताया कि पीएमसीएच, सवाई मानसिंह हॉस्पिटल जयपुर के बाद राजस्थान का दूसरा ऐसा हॉस्पीटल होगा जिसमें कॉकलियर इम्प्लांट की सुविधा नियमित उपलब्ध होगी। पीएमसीएच के प्रिसिपल एवं नियत्रंक डॉं. एसएस सुराणा ने बताया कि सेमिनार का महत्वपूर्ण पहलू यह होगा कि कॉन्फ्रेन्स के दौरान 9 नवम्बधर को विषेशज्ञ चिकित्सकों द्वारा सात बच्चों की कॉकलियर इम्प्लांट सर्जरी की जाएगी। यह भी उल्लेखनीय है कि यह बच्चे जन्मजात सुनने और बोलने में जन्म से अक्षम है इन सात बच्चों में से तीन बच्चे महेशाआश्रम संस्थान के हैं।
पीएमसीएच के ईएनटी विभाग के हेड डॉं पीसी अजमेरा ने बताया कि इस अन्तराष्टीय सेमिनार में देश दुनिया से लगभग 60 से ज्यादा ईएनटी सर्जन भाग लेंगे जिनमें फ्रांस से डॉ.रेनाड मिलर, अहमदाबाद से डॉ. राजेश विश्वकर्मा के साथ दिल्ली के डॉ.पद्मश्री जे.एम. हंस भी शामिल होंगे। इस दौरान 15 से ज्यादा ईएनटी सर्जनों को कॉकलियर इम्प्लांट सर्जरी की ट्रेनिंग दी जाएगी। गौरतलब है कि पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल में पहले से चल रही कई निशुल्क सुविधाओं के साथ कॉकलियर इम्प्लांट की सुविधा भी रियायती दरों पर उपलब्ध होगी।
क्या है कॉकलियर इम्प्लांट
इस कॉकलियर इम्प्लांट सर्जरी में ब्रेन से इम्प्लांट जोडा जाता है इसका दूसरा भाग प्रोसेसर कान के पीछे फिट किया जाता है। इम्प्लांट के इलेक्ट्रोड का सम्बन्ध कान के बाहर लगाये जाने वाले प्रोसेसर से होता है। दोनों चुम्बक से जुडे रहते है। प्रोसेसर से ध्वनि उर्जा इम्प्लांट में पहुंचती है यहां इलेक्टोड इस उर्जा को इलेक्ट्रोनिक उर्जा में में बदल कर इम्पल्स ब्रेन को भेजता है। इससे बच्चा पहले सुन व बाद में बोल भी सकता है। इस सर्जरी के एक माह बाद इम्प्लांट का चालू किया जाता है जिससे ऑपरेशन का घाव भर जाए। इस सर्जरी का खर्चा लगभग 8 लाख रूपए तक आता है लेकिन पीएमसीएच सामाजिक सरोकारों के तहत प्रथम चरण में तीन बच्चों को निशुल्क सर्जरी की सुविधा मुहैया कराएगा एवं इसके बाद अन्य इम्प्लांट सर्जरी पर आपरेशन का आधा खर्चा हॉस्पीटल द्वारा वहन किया जाएगा।