राष्ट्रीय सम्मान मेरा नहीं विद्यापीठ के हर कार्यकर्ताओं का सम्मान
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत का बिहार चम्पारण में आयोजित तीन दिवसीय महोत्सव में वर्ष 2013-14 का महर्षि वाल्मीकी पुरस्कार से सम्मानित होकर उदयपुर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।
प्रो. सारंगदेवोत का एयरपोर्ट पर सहायक रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच एवं डॉ. संजय बसंल ने अगवानी की। वे सीधे ही एयरपोर्ट से प्रतापनगर स्थित परिसर में पहुंचाने पर सभी कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया और उन्हें सम्मान मिलने पर बधाई दी। प्रो. सारंगदेवोत ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि यह सम्मान मेरा नहीं विद्यापीठ के हर कार्यकर्ता का सम्मान है। उन्होने कहा कि कार्यकर्ताओं की ईमानदारी, निष्ठा एवं लगन के कारण ही आज मुझे यह राष्ट्रीय स्तर का सम्मान मिला है। उन्हांेने कहा कि कार्यकर्ताओं के सहयोग से विद्यापीठ को राष्ट्रीय ही नहीं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक पहचान बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करूंगा। इस अवसर पर रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल, प्रो. एनएस राव, पीजी डीन प्रो. प्रदीप पंजाबी, प्रो. एसके मिश्रा, डॉ. हेमशंकर दाधीच, डॉ. संजय बंसल, डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. मंजू मांडोत, डॉ. जीवनसिंह खरकवाल, डॉ. जीएम महता, डॉ. हीना खां, घनश्यामसिंह भीण्डर, कृष्णकांत नाहर, डॉ. दिलिप सिंह, आशीष डी. नन्दवाना, लहरनाथ, सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।