– परिवार को भी सीबीआई में काम करने की जानकारी, स्कॉटलैण्ड जाने वाला था इस माह
उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई में गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। बताया गया कि आरोपी जालोर निवासी भूपेश ने वर्ष 2014 में शादी डॉट कॉम पर रजिस्ट्रेशन किया था, जहां उसकी मुलाकात झांसी निवासी कनक नाम की लडक़ी से हुई।
बातचीत में कनक ने बताया कि उसके माता-पिता नहीं हैं और वह उसकी नानी के साथ रहती है। कुछ समय बाद आरोपी उससे शादी कर अम्बाजी ले गया। वहां भी आरोपी ने खुद को सीबीआई का अधिकारी बताकर मकान किराए पर लिया। बताया गया कि आरोपी पूर्व में शादीशुदा है। गिरफ्तारी के बाद जब एसीबी के पुलिस निरीक्षक हनुवंतसिंह राजपुरोहित ने परिवार से बात की तो पता चला के आरोपी ने उसके परिवार को भी सीबीआई में काम करना बता रखा है। यही नहीं भूपेश का ट्रू कॉलर पर सर्च करने पर भी उसका नाम सीबीआई के नाम से ही सेव है।
उल्लेखनीय है कि उदयपुर निवासी करण भारद्वाज ने मुंबई में फिल्म स्टार शाहिद कपूर के इंवेस्टर रतनलाल से धोखाधड़ी करके ५० लाख रुपए हड़प लिए थे। रतनलाल ने राशि निकलवाने के लिए राजस्थान में उसके परिचित भूपेश, सुंदरवास निवासी विनोद चौहान सहित अन्य लोगों से संपर्क किया। इन दोनों ने पांच अन्य बदमाशों से संपर्क किया। इन्होंने करण भारद्वाज की तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। इस पर इन लोगों ने करण की कंपनी के एक अन्य डायरेक्टर भुवाणा निवासी गोपाल नागदा को पकड़ा। ये १६ नवंबर को सीबीआई अधिकारी बनकर गोपाल के घर गए जहां इन्होंने मुंबई में प्रकरण दर्ज होने का हवाला देते हुए गोपाल को डराया-धमकाया और राशि निकलवाने का दबाव बनाया। इन्होंने गोपाल से कंपनी के दस्तावेज मांगे। गोपाल ने सभी बदमाशों को अगले दिन कोर्ट में बुलाया। बदमाशों के ड्राइवर ने गोपाल को मोबाइल नंबर देते हुए सेटलमेंट की बात की। दूसरे दिन गोपाल व उसके परिजन कोर्ट गए तो ये कोर्ट में नहीं मिले। इस बीच गोपाल ने एसीबी मेें शिकायत की जिसकी पुष्टि के बाद एसीबी ने जाल बिछाकर प्रतापनगर चौराहे से कुछ दूर गिरफ्तार कर लिया। फरार हुए अन्य बदमाशों की तलाश जारी है।