निकाय चुनाव में भाजपा को 49, कांग्रेस सिमटी 3 पर
उदयपुर। उदयपुर नगर निगम चुनाव में लगातार पांचवीं बार बोर्ड बनाते हुए भाजपा ने केन्द्र की यहां भी विपक्ष को नॉक आउट कर दिया। मंगलवार सुबह फतह स्कूल में हुई मतगणना के परिणामों में भाजपा को 49, कांग्रेस को 3, माकपा को एक तथा निर्दलियों को दो सीटें मिली। ये दोनों कांगेस के बागी हैं। वार्ड 3 से भाजपा के केसरसिंह पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। इस प्रकार विरोध पक्ष में सब मिलाकर आधा दर्जन सीटें भी पाएगी, जो पहली ही पक्ति में सिमट जाएगी।
उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया ने चुनाव पूर्व ‘टारगेट 50’ दिया था और वह पूरा हो गया है। कांग्रेस विपक्ष में बैठने जितनी सीटें लाने में भी नाकामयाब रही। इसका कारण भारी गुटबाजी और गलत टिकट वितरण को बताया जा रहा है, जबकि भाजपा को इतने भारी बहुमत से विजय दिलाने का श्रेय पूर्ण रूप से मेवाड़ के कद्दावर नेता श्री कटारिया को दिया जा रहा है।
सुबह मतगणना स्थल पर कांग्रेस के पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया तथा दिनेश श्रीमाली के अतिरिक्त कोई नजर नहीं आया। ये भी आरंभिक तौर पर भाजपा की जीत देखते हुए वहां से निकल गए। भाजपा नेताओं में प्रमोद सामर, प्रेमसिंह शक्तावत सहित कई अन्य पदाधिकारी उत्साहपूर्वक मौके पर मौजूद रहे।
पुलिस की पुख्ता व्यवस्था में आरंभ हुई मतगणना पांचों सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की देखरेख में अलग-अलग कमरों में आरंभ हुई। सबसे पहले अंतिम कमरे में वार्ड 45 का परिणाम आया,जहां सहायक रिटर्निंग ऑफिसर कीर्ति राठौड़ ने भाजपा प्रत्याशी रेखा जैन को विजयी घोषित किया। धीरे-धीरे क्रमश: वार्ड 34 से भाजपा प्रत्याशी हंसा माली, वार्ड 12 से राधा सालवी, वार्ड एक से अतुल चण्डालिया को विजयी घोषित किया गया।यह क्र म11.30 बजे खत्म हो गया। मतगणना स्थल पर कई बार भारत माता की जय, भाजपा जिन्दाबाद के नारे लगे लेकिन पुलिसकर्मियों ने तुरत-फुरत उन्हे वहां से रवाना कर दिया।
कांग्रेस नेताओं में निगम के निवर्तमान प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली ने अनौपचारिक बातचीत में कहा कि कहीं न कहीं गलत टिकट वितरण से कांग्रेस को इतना नुकसान हुआ कि पूर्व में 18 पार्षदों से भरे रहने वाले विपक्ष में अब छठां हिस्सा भी बमुश्किल आ पाया है। युवाओं के भरोसे में गलत टिकट वितरित किए गए जिनका खामियाजा भुगतना पड़ा।
महत्वपूर्ण बात यह कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष जिनेन्द्र शास्त्री को एकमात्र वार्ड 44 की जिम्मेदारी दी गई थी, जहां से अधिकृत प्रत्याशी का नामांकन खारिज होने के बाद तुरत फुरत डमी उम्मीदवार के रूप में झमकलाल जैन को नामांकन भराया गया लेकिन वहां से कांग्रेस की बागी निर्दलीय नजमा मेवाफरोश विजयी रहीं। इन्होंने न सिर्फ भाजपा के परिवारवाद के भ्रम को तोड़ा बल्कि कांग्रेस को भी दिखाया कि टिकट गलत वितरित किया गया है। यहां कांग्रेस से रंजना साहू प्रत्याशी थीं।
वार्ड 4 से हालांकि भाजपा के चन्द्रसिंह कोठारी विजयी रहे लेकिन कांग्रेस के बागी अजय पोरवाल ने कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी को पीछे धकेल दिया। पोरवाल दूसरे नम्बर पर रहे। उन्होंने साबित किया कि टिकट मिलता वे यह सीट निकल सकते थे। इस चुनाव को कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भाजपा में महापौर के सभी चारों दावेदार विजयी होकर आए हैं। महापौर का चयन बुधवार को किया जाएगा।
मिली पल-पल की जानकारी : मीडिया व आमजन को मतगणना के परिणामों को त्वरित गति से मुहैया करवाने के लिए सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय की ओर से स्थापित मीडियासेंटर से पल-पल के परिणामों को उपलब्ध कराया गया। टीम मीडिया प्रकोष्ठ द्वारा मतगणना के वार्डवार परिणामों की शीट्स को ही व्हाट्सअप के माध्यम से दिया गया जो मीडियाकर्मियों के लिए सुखद रहा।