उदयपुर। विश्व एड्स दिवस पर सोमवार को शहर में विविध आयोजन हुए। रैली निकाली गई तो कहीं पोस्टपर मेकिंग, प्रश्नोात्तहरी, व्याहख्यालन हुए। कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं ने उत्सातह से भाग लिया।
श्रमजीवी महाविद्यालय में आयोजित व्याख्यानमाला में डॉ. मनु मोदी ने कहा कि रोग के प्रति सावधानी जितनी जरूरी है उतनी ही जरूरत जागरूकता की भी है। एड्स रोगी के प्रति सहानुभूति रखना बेहद जरूरी है। उससे यह रोग किस कारण से हुआ, वह अहम है। लोगों को एड्स रोगियों के प्रति सहानुभूति रखने का आव्हान किया। उन्होंने बताया कि एड्स एक धीमी एवं जानलेवा बीमारी है। इसका असर श्वेत रक्त कोशिकाओं में संक्रमण के 10 वर्षों बाद सामने आता है। तब तक यह रोग पूरे शरीर में फैल चुका होता है। अध्यक्षता महाविद्यालय प्रभारी प्रो. एलआर पटेल ने कहा कि एड्स एक घातक रोग है इसका बचाव ही एक मात्र उपाय हैं एड्स अपने आप में कोई बीमारी नहीं है। विशिष्टप अतिथि डॉ. पायस जॉन थे। धन्यवाद डॉ. संजय शर्मा ने दिया।
पोस्टर मेकिंग एवं प्रश्नोत्तरी : उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क एवं राजस्थान एड्स कन्ट्रोल सोसायटी के तत्वावधान में छात्र-छात्राओं द्वारा पोस्टर मेकिंग एवं निबंध प्रतियोगिता हुई। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. लालाराम जाट ने बताया कि इस आंदोलन को जन आंदोलन बनाने में सामाजिक कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्राचार्य प्रो. एसके मिश्रा ने कहा कि एड्स से संक्रमित लोगों के साथ होने वाले सामाजिक भेदभावों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। डॉ. वीना द्विवेदी, डॉ. अविनाश नागर, डॉ. नवल सिंह, डॉ. सुनील चौधरी, सहायक कुल सचिव रियाज हुसैन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सर्वश्रेष्ठ छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।
कार्यशाला कल : उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क एवं श्योर संस्थान बाड़मेर के तत्वावधान में ‘‘जेंडर आधारित हिंसा पर शहरी युवाओं को संवेदनशील बनाने हेतु’’ विषयक वर्कशॉप का आयोजन संस्थान के प्रतापनगर स्थित सभागार मे मंगलवार को प्रातः 10 बजे किया जाएगा। सेमीनार प्रभारी डॉ. वीना द्विवेदी ने बताया कि मुख्य वक्ता सत्यदेव बारेठ होंगे।
कल्पतरु में विभिन्न कार्यक्रम : विश्व एड्स दिवस पर कल्पतरु कॉलेज ऑफ बीएससी नर्सिंग तथा कल्पतरु सुपर स्पेशिलिटी चिकित्सालय में विभिन्न कार्यक्रम हुए। रैली निकाली गई, जागरूकता कार्यक्रम तथा निबन्ध प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता हुई। प्रबन्ध निदेशक डॉ. जीपी बिसारिया ने एड्स के प्रति समाज में फैली अवधारणाओं को दूर करने की ओर विस्तार से चर्चा की। अध्यक्ष डॉ. अखिलेश बिसारिया ने नर्सिंग विद्यार्थियों को एड्स के मरीजों की नर्सिंग केयर करने एवं एड्स से बचाव पर चर्चा की। प्राचार्य आशा थॉमस, निदेशक सीमा बिसारिया महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। यह जानकारी प्राचार्य आशा थॉमस ने दी।