उदयपुर। समता युवा संस्थान का 21वां शपथ ग्रहण एवं बहुआयामी सम्मान समारोह रविवार को सिंधी बाजार स्थित पंचायती नोहरा में सम्पन्न हुआ। समारोह में 18 प्रतिभाओं, 28 तपस्वियों, 15 महिला, 16 संस्थान सेवा सम्मान से सम्मानित हुए।
संस्थान संरक्षक डॉ. सुभाष कोठारी ने संस्थान द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि संस्थान द्वारा विगत 10 वर्षों से संस्कार निर्माण हेतु पाठशाला का संचालन किया जा रहा है, जिसमें बच्चों को सामायिक, प्रतिक्रमण आदि करा नव पीढ़ी में संस्कार का बीजारोपण कर रहे है। मानव सेवा के उद्धेश्य के तहत समय-समय पर रक्तदान, चिकित्सा शिविर, अंध विद्यालयों में भोजन वितरण, विद्यालयों में स्वेटर एवं हॉस्पीटल में फल वितरण जैसे कार्य निरन्तर रूप से किया जाता है। संघ के उन्नयन एवं विकास हेतु प्रतिवर्ष प्रतिभावान बच्चों का सम्मान, दीक्षार्थी परिवार, वयोवृद्ध, भामाशाह, समाजसेवी, शान्त-क्रान्ति संघ उन्नयन, वर्षीतप आराधक, वयोवृद्ध दम्पत्ति सम्मान कर गौरव की अनुभूति करता है। इसके अतिरिक्त भक्ति संध्या, होली मिलन समारोह, सामूहिक क्षमापना, संत दर्शन यात्रा का धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री जैन श्वेताम्बर महासभा उदयपुर के ट्रस्टी एवं समाजसेवी समाजभूषण किरणमल सावनसुखा ने नवीन कार्यकारिणी में अध्यक्ष लोकेन्द्र कोठारी, उपाध्यक्ष राजेश नाहर, मंत्री राजेंद्र मेहता, सहमंत्री चैन सिंह सिंघवी, कोषाध्यक्ष देवेन्द्र तातेड़ एवं सदस्य दिलीप कंठालिया, दिनेश चोरडिय़ा, रमेश मारू, कृष्णकुमार चौधरी व राकेश नंदावत को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाते हुए संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। वही भाजपा उद्योग प्रकोष्ठ के सह संयोजक एवं समाजसेवी धीरेन्द्र सिंह सचान ने संस्थान से जुडऩे वाले सात सदस्य परिवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। समारोह के सम्मानीय अतिथि श्री ओसवाल बड़े साजन सभा उदयपुर के अध्यक्ष दिलीप सुराना ने प्रतिभावान सम्मान के तहत मेधावी 19 छात्रों को स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र देकर, समाजसेवी पुरुषोत्तम अग्रवाल व श्री हु.सा.स्था. जैन श्रावक संस्थान उदयपुर के अध्यक्ष रमेश कुमार बारोला ने विभिन्न तप करने वाले 28 तपस्वियों को स्मृति चिन्ह देकर, किरणमल सावनसुखा ने संस्थान सेवा सम्मान के तहत प्रतीक चिन्ह भेंट कर व वर्ष भर नवकार शाला में उपस्थिति देने वालों बच्चों को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। समारोह का संचालन राजकुमारी कोठारी एवं अनुपमा लोढ़ा ने किया, जबकि धन्यवाद देवेंद्र तातेड़ ने ज्ञापित किया।
इन प्रतिभाओं का हुआ सम्मान : भव्या मल्लारा, अनिकेत धाकड़, तन्वी अलावत, जीत भंसाली, विवान सरूपरिया, युविका मेहता, अवि अलावत, निष्ठा मल्लारा, कविश चोरडिया, हंसिका परमार, ईशिता हिंगड़, आरूषि मेहता, आर्यन परमार, आयुषी मेहता, दिव्यांशु कंठालिया, सुरभि खमेसरा, सिद्धांशु बिकानेरिया, डॉ. रेणु हिंगड़, केशवी सिंघवी।
इन तपस्वियों का हुआ सम्मान : साक्षी कोठारी, ईशिता हिंगड़, निधि बिकानेरिया, श्वेता मल्लारा, रोमा भंसाली, रेणु हिंगड़, विनोद कोठारी, राजेंद्र मेहता, रितु मारू, राजेश सरूपरिया, सिद्धांशु बिकानेरिया, अरूणा परमार, सुरभि बिकानेरिया, डॉ. राजकुमारी कोठारी, सुमन कोठारी, लक्ष्मीलाल बीकानेरिया, हेमलता कूकड़ा, चंदा बिकानेरिया, अजीत दोशी, भंवरलाल बम्बोरिया, रमेश बारोला, कुसुम पोरवाल, दौलत बाई बोल्या, सम्पत बाई बोहरा, शकुंतला सिसोदिया, दिनेश कंठालिया, शांतिलाल सेठ, भंवरलाल कावडिय़ा।
इन्हें मिला महिला सेवा सम्मान : डॉ. राजकुमारी कोठारी, संगीता तातेड़, साधना सरूपरिया, अरूणा नाहर, रानू मेहता, श्वेता सुराणा, प्रमिला सरूपरिया, सीमा ओस्तवाल, डॉ. रेणु हिंगड़, रोमा भंसाली, संगीता कोठारी, उर्मिला सरूपरिया, पद्मिनी चौधरी, नयना चोरडिय़ा, सुरभि बिकानेरिया।
इनका हुआ संस्थान सेवा सम्मान : लक्ष्मीलाल बिकानेरिया, राकेश नंदावत, डॉ. सुभाष कोठारी, राजकुमार सरूपरिया, नीरज सिंघवी, सुनिल मारू, दीपक भंसाली, दिनेश चोरडिय़ा, लोकेन्द्र कोठारी, पुष्पेंद्र परमार, डॉ. राजेंद्र पूनमिया, देवेन्द्र तातेड़, प्रदीप मेहता।