दो दिवसीय नेक जागरुकता कार्यशाला का समापन
उदयपुर। राजीव गांधी जनजाति विश्वाविद्यालय के कुलपति डा टीसी डामोर ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जो लोग अलग हट कर काम करते है, सफलता उन्हीं के कदम चूमती है।
डामोर सोमवार को मोहनलाल सुखाडिया विश्वंविद्यालय के इंटरनल क्वारलिटी एश्योसरेन्सश सेल की ओर से आयोजित दो दिवसीय नेक जागरुकता कार्यशाला के समापन समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाानों की लगाातार अपनी गुणवत्ताद ओर अपने स्तजर को बढाने की दिशा मे प्रयास करते रहना चाहिए। यह प्रयास केवल नेक ग्रडिंग के लिए ही ना हो बल्िक अपने संस्थाेन के स्त र को ऊंचा उठाने के लिए भी हो। नेक बंगलौर की प्रतिनिधि प्रो के रमा ने सम्ब द्ध कालेजों के प्राचार्यों को नेक ग्रेडिंग की बारीकियों से अवगत करवाया तथा इसकी प्रक्रिया को सरल ढंग से समझाया। राजस्थारन विद्यापीठ के पूर्व कुलपति प्रो़ बीपी भटनागर ने भी ग्रेडिंग की वकालात की तथा कहा कि किसी भी गुणवत्ताभपूर्ण संस्थायन का विद्यार्थी उसका प्रतिनिधि होता है। सुविवि के रजिस्ट्रांर डा आरपी शर्मा तथा अहिल्याक विवि के पूर्व कुलपति प्रो बीसी छापरवाल ने भी संवाद कार्यक्रम में सभी कालेज प्रतिनिधियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। कायर्शाला के समन्वियक तथा एफएमएस के निदेशक प्रो करुणेश सक्सेकना ने दो दिवसीय कार्यशाला का प्रतिवेदन प्रस्तुशत किया ताथा नेक द्वारा किए गए सहयोग का विस्ताेर से उल्लेतख किया।