जीतो की ओर से आयेाजित बजट परिचर्चा में विशेषज्ञों ने कहा
उदयपुर। मोदी सरकार द्वारा पूर्णत: पहली बार प्रस्तुत केन्द्रीय बजट बिल्कुल बैलेंस्ड बजट कहा जा सकता है। हालांकि जनता को बहुत उम्मीदें थी लेकिन वैसा बजट नहीं है। कई चीजें पुरानी ही हैं। ठीक इसी प्रकार राज्य बजट में भी आधुनिकतम इंफरमेशन एंड टेक्नोलोजी को भी दायरे में लाया गया है।
ये विचार विषेषज्ञों ने बुधवार को होटल अलका में जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जीतो) एवं उदयपुर टैक्स बार एसोसिएशन की ओर से केन्द्रीय एवं राज्य बजट पर आयोजित परिचर्चा में विशेषज्ञों ने व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य आयकर आयुक्त बीपी जैन ने की।
जयपुर से आए सीए निखिलेष कटारिया ने केन्द्रीय बजट पर कहा कि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करने, काले धन के चलन को कम करने, मिडिल क्लास पर टैक्स बर्डन कम करने, ग्रोथ व इन्स्वेस्टमेंट को रिवाइव करने आदि के काम किए गए हैं। योगा को भी चेरिटेबल ट्रस्ट के दायरे में लिया गया है। अगर अब योगा से सम्बन्धित कोई भी संगठन बनाते हैं तो उसमें 80 जी में भी छूट दी गई है। मेडिकल, एज्यूकेशन आदि के बारे में भी चर्चा की गई है।
कटारिया ने कहा कि एक अच्छी और नई बात इस बजट में कही जा सकती है कि कोई भी संषोधन पिछली किसी भी डेट से लागू नहीं होंगे बल्कि इसी वर्ष से लागू किए जाएंगे। पूर्व में यही होता था कि फलाना संशोधन दो वर्ष पूर्व की डेट से लागू माना जाएगा। इससे एसेसी, एडवोकेट्स, सीए सभी के लिए परेशानियां बढ़ जाती थीं। इसके अलावा सुकन्या समृद्धि योजना लागू की गई है जो ट्रिपल ई यानी हर जगह इसकी राशि एग्जेम्पटेड होगी। स्वच्छ भारत कोष एवं क्लीन गंगा मिशन को भी कर से शत प्रतिशत छूट दी गई है। चार साल पूर्व चेरिटेबल ट्रस्ट टारगेट नहीं होते थे लेकिन फिर इन्हें भी रेवेन्यू की श्रेणी में ले लिया गया। अब इस ओर अधिक ध्यान देने की जरूरत होगी। मेक इन इंडिया को लेकर कोई विषेष प्रावधान नहीं किए गए हैं। पेंशन स्कीम को लेकर अवष्य सकारात्मक बदलाव किए गए हैं। अनुदानित शिक्षण संस्थाओं को भी अब आवश्यक रूप से रिटर्न फाइलिंग के दायरे में लाया गया है।
जयपुर के ही सीए यशस्वी शर्मा ने राज्य बजट पर कहा कि छोटे-छोटे लेकिन कई जगह उलझे हुए संशोधन किए गए हैं। अब ऑनलाइन कोई भी चीज सेल, परचेज करने पर आपको उसकी इंफरमेशन आवश्यक रूप से देनी होगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि आपने राजस्थान में रहते हुए गुडग़ांव से कोई चीज खरीदी है तो आपको भी उसकी इंफरमेशन देनी होगी। हालांकि इस पर प्रष्न उठ सकता है कि मैंने जब चीज राजस्थान से खरीदी ही नहीं तो फिर क्यों टैक्स दूं लेकिन यहां क्लीयर है कि इंफरमेशन देनी है। उसी प्रकार ट्रांसपोर्टर को भी इंफरमेषन देनी होगी जो उस चीज को आप तक पहुंचाएगा। तीसरा जो उस चीज को आप तक डिलीवर करता है, उसे भी इंफरमेशन देनी होगी। इसके अलावा रिवाइज रिटर्न फाइल की समयावधि को 15 दिन बढ़ा दिया गया है। बिल्डर्स को रिलीफ दिया गया है वहीं रिफण्ड में स्वागत योग्य बदलाव किए गए हैं।
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि किसी भी विषय पर चर्चा के लिए ऐसे सेमिनार आवष्यक हैं। इससे किसी तरह की गलतफहमी नहीं रहती और सभी तरह की बातें खुलकर सामने आती हैं। सेमिनार से उम्मीद है कि सभी प्रतिभागी लाभान्वित होंगे।
इससे पूर्व जीतो उदयपुर चैप्टर के महासचिव राजकुमार फत्तावत ने कार्यक्रम का कुषल संचालन करते हुए सभी आगंतुक अतिथियों का माल्यार्पण, शॉल व उपरणा ओढ़ा मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर सम्मान किया। शब्दों से स्वागत चैप्टर के चेयरमैन शांतिलाल मारू ने किया। आयोजन में उदयपुर टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रफुल्ल ओर्डिया, मनीष गलुण्डिया, महेन्द्र तलेसरा, संजय भंडारी, अजीत छाजेड़ आदि का सहयोग रहा।