आरसीए के पूर्व छात्र सरकार को देंगे भरपाई का प्रस्ताव
उदयपुर। राजस्थान कृषि महाविद्यालय पूर्व छात्र परिषद् का चौदहवां वार्षिक सम्मेलन महाविद्यालय सभागार में आयोजित किया गया। अतिथियों का स्वागत करते हुए परिषद् के अध्यक्ष डॉ. बीबीएल ठाकोर ने कहा कि परिषद् का यह सम्मेलन पूर्व छात्रों से मिल सकने का एक मात्र समय है इसमें कई मित्र वर्षो बाद मिल पुरानी यादों को ताजा करते हैं।
परिषद् सचिव डॉ. उमाशंकर शर्मा ने परिषद् की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। बताया कि परिषद् के 1400 सदस्य है इसमें से 52 सदस्य इसी वर्ष जुडे हैं। राजस्थान कृषि महाविद्यालय के पूर्व छात्र इस समय राजस्थान में हो रही ओलावृष्टि व असामयिक वर्षा से किसानों को होने वाली हानि से चिंतित है व राज्य सरकार को किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए प्रस्ताव प्रेषित करेगी।
छात्रों को उनके प्रथम स्थान प्राप्त करने हेतु पूर्व छात्रों द्वारा प्रायोजित किए गए पुरस्कार प्रदान किये गए। डॉ. यशवंत कोठारी द्वारा क्षेत्र के उत्कृष्ट कृषक व ग्रामक सेवक को भी पुरस्कार प्रदान किये गए। डॉ. कोठारी 25,000/- रूपये का चेक परिषद् को देकर परिषद् कोरपोरेट सदस्य भी बने।
समारोह के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष, एमपीयूएटी कुलपति, डॉ. ओ.पी. गिल ने कहा कि महाविद्यालय के छात्र देश-विदेश में सर्वोच्च पदों पर कार्यरत हैं जो हमारे लिए गर्व की बात है।
डॉ. ए. राठौड़ स्मृति व्याख्यान : महाविद्यालयय के पूर्व छात्र परिषद् के वार्षिक सम्मेलन में डॉ. ए. राठौड़ स्मृति व्याख्यान, वेनको रिसर्च एण्ड ब्रीड़िंग फार्म लिमिटेड पूना के प्रबन्ध निदेशक डॉ. जीएल जैन ने ‘भारतीय कृषकों के लिए व्यावसायिक दृष्टि से उपयुक्त चिकन ब्रीडिंग’ विषय पर व्याख्यान दिया।
स्मारिका विमोचन : समारोह में पूर्व छात्र परिषद् द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित होने वाली स्मारिका का विमोचन एमपीयूएटी के कुलपति डॉ ओपी गिल द्वारा किया गया जिसके प्रमुख सम्पादक डा. पी.सी. कंठालिया, डॉ सुभाष भागर्व व डॉ राजमणी ने प्रस्तुत किया। स्मारिका में कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण आठ विषयों पर लेख देष के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा लिखे गए हैं। स्मारिका में नए सदस्यों की सूची, 2013-14 में महाविद्यालय के पास आउट बी.एससी, एम.एससी व पी.एचडी छात्रों की सूची पूर्व छात्रों द्वारा प्रदान किए गए पुरस्कार व बेलेन्सषीट प्रकाशित की गई है।