मजदूर बनकर लूटते थे ट्रक ड्राइवरों को
गत माह एटीएम लूट और ड्राइवर की भी की थी हत्या
उदयपुर। गत माह नयागांव में एसबीबीजे बैंक के एटीएम लूट और उसके दो दिन बाद मिली ट्रक ड्राइवर की लाश के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा ने बताया कि गत 23 फरवरी को नयागांव स्थित एसबीबीजे बैंक का एटीएम उठा कर बस स्टैीण्ड3 तक ले जाने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके दो दिन बाद 26 फरवरी को खाण्डीे ओबरी टोल प्लासजा के पास ट्रक में ड्राइवर की लाश मिली थी जिसके हाथ पैर कपड़े से बंधे थे। घटना में पुलिस ने लूट सहित हत्यास का मामला दर्ज किया था। ड्राइवर की पहचान यमुनानगर हरियाणा निवासी करमसिंह पुत्र सादीराम जाट के रूप में हुई थी। ट्रक में ड्राइवर अकेला ही था।
घटना का यूं हुआ खुलासा
पुलिस ने नयागांव स्थित मोबाइल टावर की बीटीएस डिटेल निकलवाई जिसमें करीब 10 नम्बटर संदिग्धे पाए गए। एटीएम फुटेज में एक लड़का हाथ में सरिया तथा रस्सी लिए दिखा। इसी प्रकार 26 फरवरी को सिंहपुर-कांवलियावास पडुणा टोल प्लारजा के फुटेज निकलवाकर देखे गए सिंहपुर और कांवलियावास में सिर्फ ड्राइवर ही दिखा जबकि पडुणा में खलासी की तरफ एक और आदमी दिखा।
ट्रक चालक करम सिंह के मोबाइल की कॉल व टावर लोकेशन की डिटेल निकलवाई तो एटीएम लूट में संदिग्ध मोबाइल नं. का लोकेशन भी घटना स्थल टोल प्लाजा खाण्डी ओबरी तक साथ-साथ मिली। संदिग्ध मोबाइल से यह अंदाजा लग गया कि दोनों घटना एटीएम व ट्रक चालक की हत्या एक ही गैंग ने की है। संदिग्ध मोबाइल नम्बरों के नाम पते प्राप्त किये तो दुर्गादास पिता शंकर लाल डामोर निवासी मोडीवासा, मनोहर पिता लालू जाति हरमोर निवासी अम्बाला, जितू पिता लालू हरमोर निवासी अम्बाला, सोहन पिता लक्षमण खराडी निवासी चणावदा, चेतन पिता पूना डामोर निवासी लकोडा अन्य के नाम पाये गए। आरोपियों को डिटेन कर पूछताछ की तो इन्हों ने एटीएम लूअ और ट्रक चालक की लूट कर हत्या। करना मंजूर किया।
ऐसे करते थे घटना
गैंग उदयपुर से मजदूरों के रूप में शाम को हाइवे पर ट्रकों को हाथ देकर रुकवा कर बैठ जाते व टीडी, पडुणा, परसाद, ऋषभदेव, खेरवाडा सर्कल मे एकान्त स्थान पर ट्रक चालक से ट्रक रुकवाकर चालक व खलासी से मारपीट कर बंधक बनाते और नगदी व अन्य कीमती सामान लूटकर फरार हो जाते। आरोपियों ने लूट की कई वारदातें करना कबूल किया है। यह गैग उदयपुर से बिच्छीवाडा तक हाइवे में लूट करती थी। करीब 4-5 माह से यह गैंग सक्रिय थी। मनोहर मीणा गैंग का मुख्य बदमाश है। इसके खिलाफ थाना सराड़ा में कई मुकदमे चोरी, अपहरण, सरकारी कर्मचारी पर हमला, मारपीट आदि के दर्ज हो चालान न्यायालय मे पेश हुए। घटना का खुलासा करने में खेरवाड़ा थानाधिकारी गजेन्द्र सिंह, बावलवाड़ा थानाधिकारी जीवतराम, एएसआई ईश्वार सिंह, दिलीप सिंह, हैड कांस्टेतबल आजाद सिंह, कांस्टेबबल भरत सिंह, गिरधारीलाल, छगनलाल, कपिल, दलपत सिंह आदि की मुख्यस भूमिका रही।