कार्यशाला सरकारी योजना एवं स्वास्थ्य विषय
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ, (डीम्ड) विश्व्वद्यालय के महिला अध्ययन विभाग एंव केन्द्रिय श्रम रोजगार विभाग- नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को को श्रमिक महिलाओं के लिये सरकारी योजनाऐं एंव स्वास्थ्य पर विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला जन भारती सामुदायिक केन्द्र कलड़वास में किया गया।
मुख्य अतिथि वाइस चांसलर प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने कहा कि श्रमिक महिलाओं का विकास आज के युग में शिक्षा व तकनीकी ज्ञान तथा रोजगार से ही सम्भव हो सकता है, शिक्षित महिला द्वारा अपने घर, परिवार, समाज तथा देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान होता है। एक महिला षिक्षित होने से दो परिवारों का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है इसलिए उक्त कार्यक्रम में उपस्थित श्रमिक महिलाओं को शिक्षा, आज की कम्प्यूटर तकनीकि से व विभिन्न व्यवसायिक रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रमों से ज्ञान अर्जित कर सभी महिलाएं अपना व समाज का विकास करें, तभी सही मायने में श्रमिक महिलाओं का शिक्षा से सशक्तिकरण हो सकेगा।
अध्यक्षता महिला अध्ययन विभाग की निदेशक डॅा. मन्जू माण्डोत ने प्रारम्भ सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा श्रमिक महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि गांव में कई महिलाएं ऐसी है जिनको समानता का अधिकार नही मिल पा रहा। मुख्य वक्ता सौरभ गुप्ता कानूनी सलाहकार थे। मुख्य वक्ता प्राचार्य शशि चितौड़ा ने विभिन्न महिला कानून के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया व महिलाओं कानून के प्रति प्रेरित किया गया व महिलाओं के लिए सरकार के विभिन्न श्रेणी में महिलाओं के आरक्षण तथा पंचायतों में महिलाओं की प्रत्यक्ष भागीदारी पर विस्तारपूर्वक बताया तथा महिलाओं को सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के बारे जानकारी दी और यह कहा कि शिक्षा के अभाव में महिलाओं को वर्तमान में सरकार द्वारा समय समय पर प्रदान की जाने वाली सहायता एंव योजनाओं की जानकारी के अभाव में श्रमिक महिलाऐं इन योजनाओं के लाभ से वचिंत हो जाती है। मुख्य वक्ता डॉ. अमिया गोस्वामी, प्राचार्य होम्योपेथिक महाविद्यालय डबोक ने कार्यषाला में उपस्थित सभी 100 महिलाओं का ब्लड प्रेशर चेक किया तथा उनके स्वास्थ्य की पूर्ण जांच की गई जिसमें 70 प्रतिशत महिलाओं को ब्लड प्रेशर सही पाया गया। संचालन बालकृष्ण शुक्ला ने किया। धन्यवाद देवीलाल गर्ग ने दिया।