उदयपुर। झील हितैषी नागरिक मंच के सदस्यों ने हर रविवार की तरह आज भी अंबापोल पुलिया के नीचे झील में जनमानस द्वारा डाली गई लगभग एक क्विण्टल अपशिष्ट सामग्री व जलीय घास निकाली।
आज के श्रमदान में कमलेश पुरोहित, बदरी लाल, हाजी नूर मोहम्मद, भंवरलाल शर्मा, एआर खान, अनवर शेख ने भाग लिया। श्रमदान के पश्चात डाक्टर शुभोत शर्मा के नेतृ़त्व में फिशरीज कॉलेज के वरूण मिश्रा, अमृता प्रीतम, मीनल व शर्वेस ने शोध सेरेटो फाइलम आईपोमिया, हार्डिला, वेलिस नेरीया, पोटेमोडेटोन, जलकुंभी एलीगेटरवीड इत्यादि पौधों की अधिकता पाई गई। ढील के सर्वे के दौरान चांदपोल, नागानगरी, माझी का मंदिर, रूण सीता माता मंदिर, खास ओदी, जलबुर्ज तक जलीय वनस्पतियों की अधिकता पाई गई। डा. शर्मा ने बताया कि उदयपुर की झीलें यहां की जीवन रेखा है इनका संरक्षण अति आवश्यक है। उन्होंने झीलों के जल की गुणवत्ता की जांच कराने की आवश्यक्ता जताई। झील सर्वे में हाजी सरदार मोहम्माद, कमलेश पुरोहित ने भी भाग लिया। उन्होंने भी कहा है कि मोहल्ला नागानगरी में झील किनारे में काफी मात्रा में जलकुंभी फैल रही है, उसे निकलवाई जावे।