राजकोट के सत्य साई हार्ट हॉस्पिटल का आयोजन
उदयपुर। दो वर्ष पूर्व राजकोट के श्री सत्य साई हार्ट हॉस्पिटल की ओर से लगाए गए राज्यस्तरीय निशुल्क ह्दय रोग निदान शिविर की अपार सफलता के बाद दूसरी बार वापस 21 जून रविवार को भुवाणा प्रतापनगर बाईपास स्थित रॉकवुड्स हाई स्कूल में सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक आयोजित किया जाएगा।
प्रशांति एवं रिसर्च फाउंडेशन द्वारा संचालित श्री सत्य साई हार्ट हॉस्पिटल के मैनेजिंग ट्रस्टी मनोज भिमानी ने पत्रकारों को बताया कि पूर्व में लगाए गए शिविर की सफलता के बाद ट्रस्ट ने वापस उदयपुर में शिविर लगाने का निर्णय किया है। गत बार के शिविर में चयनित करीब सौ से अधिक मरीजों का ह्दय ऑपरेशन किया जा चुका है और वे सफलतापूर्वक जीवन यापन कर रहे हैं। शिविर के लिए अब तक 175 रजिस्टे्रशन हो चुके हैं। शिविर में ह्दयरोग चिकित्सकों द्वारा ऑपरेशन योग्य मरीजों का चयन किया जाएगा। चयनित रोगियों का राजकोट स्थित हॉस्पिटल में ऑपरेशन किया जाएगा। उदयपुर में पंजीयन के लिए के. एस. हिरण (9351254088) मनमोहन शर्मा (9414158819) तथा परमवीर (7737676779) से संपर्क किया जा सकता है वहीं संभाग के विभिन्न जिलों में भी रजिस्ट्रेशन के लिए संपर्क सूत्र स्थापित किए गए हैं। संस्था का उद्देश्य है कि जनहित के इस कार्य का अधिकाधिक रोगी लाभान्वित हो सके।
उन्होंने बताया कि हदय की जन्मजात समस्या, ह्दय में छेद की समस्या, बाईपास की समस्या से ग्रस्त मरीज शिविर का लाभ उठा पाएंगे। रोगी की वांछित अनुकूलताएं उसकी मासिक आय अधिकतम पन्द्रह हजार रूपये व रोगी की आयु 60 वर्ष से कम होनी चाहिए। ऑपरेशन का निर्णय डॉक्टर की सलाह एवं संस्था की शर्तों के अधीन रहेगा। पूर्व में ऑपरेशन करा चुके रोगी इस शिविर का लाभ नहीं ले पाएंगे।
भिमानी ने बताया कि 4 अगस्त 2000 को शुरू हुए हॉस्पिटल द्वारा अब तक करीब छह लाख से अधिक जरूरतमंद ह्दयरोगी मरीजों की जांच की जा चुकी है वहीं पिछले 5 सालों में करीब 8000 से अधिक ह्दय रोग ऑपरेशन पूर्णत: निशुल्क किए गए हैं। इससे पहले पुट्टपर्ती और बैंगलुरु में भी हॉस्पिटल संचालित हैं। यह सभी को ज्ञात है कि ह्दय रोग जैसी महंगी चिकित्सा निशुल्क मिलना अपने आप में ही किसी चमत्कार से कम नहीं है। राजकोट स्थित हॉस्पिटल में असंख्य लोगों को राहत मिली है। कई सुहागिनों के सुहाग उजडऩे से बचे है वहीं कई बच्चों को अपने पिता वापस मिल गए।
ट्रस्ट के माध्यम से विभिन्न सेवा प्रकल्प चल रहे हैं जिनमें प्रमुख रूप से चेन्नई की सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभरी पानी की कमी को बाबा ने अपने सेवा प्रकल्प से पूरा किया। ट्रस्ट के जरीये करीब एक करोड़ लोगों को निशुल्क जल सेवा प्रदान की जा रही है। प्रशांति निलयम आंध्रप्रदेश में एक विश्वविद्यालय आध्यात्मिक आश्रम है जहां सेवा, शिक्षा व संस्कारों के कई कार्य हो रहे हैं। यहां किसी भी मजहब का कोई भी व्यक्ति जा सकता है। आश्रम के अतिरिक्त पुट्टपर्ती में वल्र्ड क्लास सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के अलावा विश्व स्तर की शिक्षा प्रदान करने के लिए शैक्षिक संगठन भी हैं जो कक्षा केजी के बच्चों से पीजी तक के छात्र-छात्राओं को निशुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
श्री सत्य साई संगठन धार्मिक संगठन नहीं बल्कि सेवा के निमित्त आध्यात्मिक संगठन है। संगठन विश्वा के 167 देशों में सेवा की परिकल्पनाओं के माध्यम से शिक्षा, अध्यात्म के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहा है और भगवान की उपस्थिति का बोध करा रहा है। देश के प्रत्येक राज्य के प्रत्येक जिले के अमूमन सभी शहरों व कस्बों में सेवा कार्य समितियों के माध्यम से हो रहा है। देश के लगभग 6000 गांवों को समितियों ने गोद लेकर गरीब व जरूरतमंदों को हर प्रकार की सहायता प्रदान करने का प्रयास किया है। उदयपुर सत्य साई सेवा समिति भी 30 वर्षों से सेवा कार्यों में लगी है। पूर्व में नयाखेड़ा एवं वर्तमान में नारा गांव को गोद लिया हुआ है। प्रेस वार्ता में उदयपुर समिति के मनमोहन शर्मा, परमवीरसिंह, केएस हिरण सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।