विद्यापीठ की बॉम की बैठक में एक करोड़ के बजट से मीरा पीठ की स्थापना
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की बॉम की बैठक कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत की अध्यक्षता में प्रतापनगर स्थित सभागार में हुई। बैठक में नवम्बर-दिसम्बर माह में विश्वविद्यालय में नेक की विजिट कराने का निर्णय किया गया जिसकी तैयारियां जोर-शोर से करने का आह्वान किया गया।
प्रो. सारंगदेवोत ने नेक की तैयारी के लिए हमे रिसर्च प्रोजेक्ट, पब्लिकेशन, पूर्व छात्र परिषद् तथा सभी विभागों में प्लेसमेंट सेल के कार्यो पर जोर दिया। इस हेतु नेक की कमेटी का गठन भी किया जाएगा। यूजीसी के नियमानुसार विश्वविद्यालय के रिक्त पदों को अतिशिघ्र भरा जायेगा। शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक सभी अकादमिक सदस्यों की विधिवत नियुक्ति की जायेगी।
उन्होने कहा कि सभी विभागों के विभागाध्यक्षकों को प्रवेश परीक्षा में अहम भूमिका निभाने के निर्देश दिये। प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों से जुड़ी हर समस्या को जाने एवं मौके पर ही निपटारा करें। प्रवेश परीक्षा के लिए विद्यापीठ के गांवों में स्थित जनभारती केन्द्रों पर भी फार्म उपलब्ध कराये जा रहे है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी को भी किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
मीरा पीठ की स्थापना : कुलपति ने बताया कि बैठक में मीरा पीठ की स्थापना कर एक करोड़ का बजट पारित किया गया। इस बजट में विश्वविद्यालय अपने स्तर पर फण्ड एकत्रित करेगा। कुलपति प्रो. सांरगदेवोत ने अपनी ओर से एक लाख रूपये देने की घोषणा बैठक में की तथा अन्य उद्योगपति एवं समाजसेवीयों से भी इस फण्ड में अपना योगदान देने की अपील की जायेगी। मीरा पीठ में मीरा बाई पर शोध कार्य सेमीनार का आयोजन किया जायेगा।
योग डिप्लोमा एवं होटल मैनेजमेंट : इसी सत्र से श्रमजीवी महाविद्यालय एवं बीएड कॉलेज डबोक में 6 माह का योग डिप्लोमा प्रारंभ किया जायेगा साथ ही इसी वर्ष से तीन वर्षीय होटल मैनेजमेंट कोर्स भी प्रारंभ किया जायेगा।
ऑनलाइन अकाउन्ट्स : कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय में सभी विभागों के लेखा विभाग को नवीन सोफ्टवेयर से ऑन लाईन अकाउन्ट्स से जोड़ा जायेगा जिससे एक ही स्थान पर बैठ कर किसी भी विभाग के लेखा की जांच की जा सकती है जिससे पारदर्शिता आयेगी।
रिसर्च और शोध कार्यों पर फोकस : प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि समस्त विभागाध्यक्ष रिसर्च और शोध कार्यो पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करें तथा क्वालिटी एज्यूकेशन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ में आने वाले किसी भी विद्यार्थी को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इसका पूरा ध्यान रखा जावे। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ में आने वाला विद्यार्थी यहां से अच्छी सीख लेकर जाये इसका भी पूरा प्रयास किया जाना चाहिए। स्कुल ऑफ लेंगवेज की स्थापना की जायेगी जिसमें फ्रेच, जर्मन, चाइनिज, संस्कृत, बौद्धिज्म के माध्यम से स्थानीय विधार्थियों को विदेशी भाषा सीखने का मौका मिलेगा। साथ ही नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में तीन वर्ष का अनुबंध किया गया है। जिसके अन्तर्गत प्रति वर्ष विश्वविद्यालय परिसर में बुक फेयर लगाया जायेगा जिससे 40 से 50 लाख रू. का खर्च ट्रस्ट द्वारा किया जायेगा।
ये थे उपस्थित : रजिस्ट्रार प्रो. सी.पी. अग्रवाल ने बताया कि बैठक में एमडीएस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोडानी, प्रो. एन.एन. जॉनी, कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर, प्रो. एन.एस. राव, डॉ. अमिया गोस्वामी, डॉ. जीवनसिंह खरकवाल उपस्थित थे। धन्यवाद प्रो. सी.पी. अग्रवाल ने दिया।