उदयपुर। महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान के महासचिव भंवर सेठ ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक देश की धरोहर है। इनकी सुरक्षा संरक्षा, चिकित्सा व शिक्षा का दायित्व सरकार है।
वे आज अशोकनगर स्थित विज्ञान समिति में आयोजित बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि इसी वर्ष गत 21-22 फरवरी को उदयपुर में आयोजित वरिष्ठ नागरिक महासंघ के सम्मेलन में प्रसतुत रिसर्च पेपर के आधार पर तैयार की गई ‘वरिष्ठ नागरिक एवं चुनौतियां’ नामक प्रकाशित पुस्तक का आज संस्थान के संरक्षक फतहलाल नागौरी, हीरालाल कटारिया, चौसरलाल कच्छारा, मनामल कुदाल हनुमन्त तलेसरा एवं मोहन गौड़ ने विमोचन किया।
सेठ ने बताया कि पुस्तक में भारत सरकार को भेजे गये प्रस्तावों में कहा गया कि जो बालक अपने वृद्ध माता-पिता के साथ रह कर उनकी सेवा करते है तो उन्हें कर में राहत दी जाए। स्वास्थ्य बीमा को प्रभावी बनाया जाए,वरिष्ठजनों की सुरक्षा के लिए कार्य क्षेत्र में प्रशिक्षित कार्यकर्ता तैयार किये जाए, पेंशनर को सेवा निवृति पूर्व सभी परिलाभ प्रदान किए जाएं, वरिष्ठ लोगों के लिए आवास योजना में 10 प्रतिशत की विशेष छूट के साथ-साथ प्रत्येक कोलोनी में स्वास्थ्य,सुरक्षा एंव शिक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावों में कहा गया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट में चढऩे-उतरने एंव बैठने की उचित व्यवस्था हो, मानव संसाधन मंत्रालय एवं वि.वि. अनुदान आयोग तथा वि.वि. द्वारा एक समिति बनायी जाए जिसमें वरिष्ठजन के जीवन के अंतिम पड़ाव तक शिक्षा से जुड़े रहने की व्यवस्था हो। इस पुसतक में मन्टननेन्स एण्ड वेलफेयर ऑफ पेरेन्ट्स एण्ड सीनियर सिटीजन एक्ट 1999 की जानकारी का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। ओल्ड एज होम में समुचित व्यवस्था हो, मकान के पंजीकरण, म्यूटेशन एवं प्रोपर्टी टेक्स आदि में वरिष्ठजनों को विशेष छूट दी जाए।
इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में महाराष्ट्र के शरद अग्निहोत्री, अंतरा कविचटकर, सुशीला कच्छारा, बसन्तीलला कूकड़ा, उमाश्ंाकर अग्रवाल,पुष्पा मेहता, बलवन्तसिंह ओरडिय़ा, चौसरलाल कच्छारा, बीएल वर्मा आदि ने गीत, संगीत एवं कविताओं की प्रस्तुतियां दी।