स्तनपान सप्ताह का आगाज
उदयपुर। रोटरी क्लब उदयपुर एंव गीताजंलि मेडिकल कॉलेज के तत्वावधान में बालरोग विशेषज्ञ डॉ. देवेन्द्र सरीन के नेतृतव में सात दिवसीय स्तनपान सप्ताह के तहत आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम प्रारम्भ हुए। सप्ताह का उद्घाटन आज गृह विज्ञान महाविद्यालय में हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी थे।
इस अवसर पर गीताजंली मेडीकल कॉलेज के बाल रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र सरीन ने बच्चें की डमी के माध्यम से मातृ दुग्धपान विधि को समझाते हुए कहा कि मातृ दुग्ध में प्रोटीन,वसा एंव कार्बोइाईड््रेड उसी अनुपात में होते है जितनी मात्रा में एक नवजात शिशु के सर्वाङ्क्षगण विकास के लिए आवश्यक होते है। ये तत्व न केवल शिशु की शारीरिक वृद्धि वरन् उसके मानसिक विकास में भी सहायक सिद्ध होते है। मातृ दुग्धपान को शिशु के शरीर में केल्शियम,आयरन एवं अन्य लवण इत्यादि की कमी को पूरा करते है साथ ही इस दूध में एन्टीऑक्सीडेन्ट तत्व भी प्रचुर मात्रा में होते है।
उन्होंने कहा कि मातृ दुग्ध न केवल शिशु का विकास करता है वरन् इसमें पाये जाने वाला इमिनोगलोबिनिन तत्व शिशु की रोग-अवरोधक शक्ति को भी बढ़ाता है। जिससे शिशु में संक्रमण नहीं होता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मातृ दुग्धपान के इस संदेश को जन-जन तक पंहुचाया जाएगा।
इस अवसर पर निर्मल सिंघवी ने मातृ दुग्धपान को हर नवजात के लिए अति आवश्यक बताया। क्लब अध्यक्ष गजेन्द्र जोधावत ने स्तनपान पर बल डाला। सचिव सुभाष सिंघवी एवं कोषाध्यक्ष तेजसिंह मोदी ने भी विचार रखे। चिकित्सक डॉ. राजेश जैन ने संतान से माताओं को होने वाले लाभों पर प्रकाश डाला। गृहविज्ञान महाविद्यालय की डीन डॉ. आरती सांखला ने यह आशा व्यक्त की कि मातृ दुग्धपान का यह अभियान वर्षभर तक चलाया जाएगा। बालिकाओं से मातृ दुग्धपान संबंधी प्रश्न पूछे गये जिसमें सही प्रश्न का उत्तर देने वाली बालिकाओं मोलिका मंजू, दीक्षा सहारन, जोहरत, यक्षश्री राव, ईशा शर्मा, वंदना व सिहर सिद्देकी को पुरूकृस्त किया गया। समारोह में श्रमती विभा भटनागार ने स्तनपान की पौष्टिकता पर प्रकाश डाला। धन्यवाद की रस्म श्रीमती गायत्री तिवारी ने अदा की। समारोह में कांता जोधावत, दर्शना सिंघवी सहित अनेक सदस्य भी उपस्थित थे।