रात को शराब के नशे में होटल कर्मचारियों ने की मारपीट
पेश हुआ पुलिस अधीक्षक के समक्ष
उदयपुर। गोवर्धनविलास थाने में कार्यरत एक कांस्टेबल और इसके एक साथी के साथ गत रात्रि को शराब के नशे में धुत होटल चरण कमल के कर्मचारियों ने जमकर मारपीट कर दी। थाने का स्टाफ भी अब होटल कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने को तैयार नहीं है। मजबूरी में उसे पुलिस अधीक्षक की शरण में जाना पड़ा।
कांस्टेबल मोहम्मद फारूख का एक मित्र ललित डोगरा जो रविवार रात्रि को टीड़ी से आ रहा था। रास्ते में बाईक खराब हो गई। ललित डोगरा ने अपने मित्र कांस्टेबल मोहम्मद फारूख को फोन लगाया और मदद के लिए बुलाया। कांस्टेबल मोहम्मद फारूख रात्रि को अपनी कार लेकर टीड़ी गया और अपने साथी को लेकर आ रहा था। रास्ते में चरण कमल होटल के पास पीछे से एक ट्रक ने तेजी से ओवरटेक किया। इसी को लेकर कांस्टेबल और ट्रक चालक के बीच में बहस होने लगी। बहस के दौरान चरणकमल होटल में शराब के नशे में मौजूद होटल का स्टाफ और कुछ ग्राहक हाथ में लठ लेकर आए और कांस्टेबल फारूख और ललित डोगरा के साथ मारपीट शुरू कर दी। सूचना पर थाने से हैडकांस्टेबल भंवरसिंह मय जाब्ता पहुंचे। इन लोगों ने वहां खड़ी उसकी कार के कांच फोड़ दिए और कार में भी काफी नुकसान कर दिया। रात को थाने पर आकर दर्द के मारे वह सो गया। सुबह से ही वह होटल संचालक और मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए चक्कर काटता रहा। परेशान कांस्टेबल पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होने के लिए गया। थाना इन्चार्ज उपनिरीक्षक योगेन्द्र व्यास ने बताया कि कांस्टेबल मोहम्मद फारूख को रात्रि को लेकर आए थे, जो घायल था। फारूख को मेडिकल कर लाने के लिए कहा था। इसके बाद से ही उसका पता नहीं है।
कांस्टे बल मोहम्मइद फारूख ने बताया कि थाने में मेरे साथ हुई मारपीट का मामला दर्ज करने के बजाए टरकाया गया। उधर थाना इंचार्ज और उपनिरीक्षक योगेन्द्र व्यानस ने बताया कि उसे मेडिकल कर लाने के लिए कहा था। जो अब तक नहीं आया और अब ना ही फोन उठा रहा है। मामला दर्ज करने से इंकार नहीं किया था।