अब पीएमसीएच में मिलेगी दूरबीन से नर्व के ऑपरेशन की सुविधा
उदयपुर। पिछले 6 सालों से कंधे के दर्द से पीडित चित्तौड़गढ़ के डूंगला तहसील के तलावदा गांव की 35 वर्षीय डाली बाई खुशी मिली जब पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के अस्थिरोग विभाग के सर्जन एवं असि.प्रोफेसर डॉ.सालेह मोहम्मद ने उन्हे इस बीमारी से निजात दिलाई। दरअसल लम्बे समय से क्रधे के दर्द से पीडि़त डाली बाई ने भीलवाड़ा, अहमदाबाद और कई जगह दिखाया लेकिन कोई फायदा नहीं मिला।
डालीबाई के परिजनों ने जब उसे पीएमसीएच के डॉ.सालेह मोहम्मद कागजी को बताया तो जॉच करने पर कंधे की नस के दब जाने का पता चला। इस बीमारी से निजात दिलाने के लिए ऑपरेशन जरूरी था। दो घण्टे तक चले इस सफल ऑपरेषन को अंजाम दिया डॉ. कागजी, डॉ. प्रकाश औदिच्य डॉ. समीर गोयल डॉ. अनीता, बृजेश एवं सुभाष की टीम ने।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के अस्थिरोग सर्जन एवं असि.प्रोफेसर डॉ.सालेह मोहम्मद कागजी ने बताया कि कंधे की नस अगर दब जाए जिसे सुपरा स्केप्यूलर नर्व एन्ट्रेपमेन्ट कहते है तो इस तरह की समस्या आ जाती है। ज्यादातर मरीजो में इस बीमारी की जानकारी न होने की वजह से इलाज नहीं हो पाता है और वह दिन रात कंधे के दर्द की वजह से पीडित रहते है। नस के दब जाने की वजह से कंधे की मॉसपेषियॉ कमजोर हो जाती है एवं हाथ नही उठता है और अत्यधिक पीढा महसूस होती है
डॉ. कागजी ने बताया कि इस तरह की बीमारी में एक सूक्ष्म चीरे से दूरबीन द्वारा ऑपरेषन किया जाता है एवं सुपरा स्केप्यूलर नर्व पर से दबाब हटाया जाता है। गौरतलब है कि इस तरह के कन्धे की नर्व से सम्बन्धित होने वाली बीमारीयों के दूरबीन द्वारा इलाज के लिए पीएमसीएच ही एकमात्र उदयपुर में ऐसा हॉस्पीटल है। डाली बाई के परिजनों ने बताया कि अगर इस ऑपरेषन को कही और कराते तो लाखों रूपए खर्च होते लेकिन पीएचसीएच में तो न के बराबर खर्चे में इलाज हो गया।