राम जन्मभूमि मंदिर न्यास के उपाध्यक्ष स्वामी आत्मानंद सरस्वती ने कहा
उदयपुर। राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास अयोध्या के उपाध्यक्ष एवं विश्व हिन्दू जागरण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी आत्मावनंद सरस्वती ने कहा कि वर्ष 2017 में अयोध्या में राम लला का मंदिर निर्माण आरंभ हो जाएगा। उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी और राम मंदिर का निर्माण हर हाल में आरंभ होगा।
वे यहां सेक्टरर 14 स्थित सुहालका भवन में शुक्रवार सुबह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। वे गत 16 अगस्त से यहां संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का वाचन कर रहे हैं। उन्होंगने स्पष्ट कहा कि संतों व सरकार के बीच कोई विवाद नहीं है लेकिन यदि मंंदिर बनाने को लेकर कोई आगे पीछे हुआ तो संत विरोध में खड़े होंगे।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ प्रांतीय या राष्ट्रीय मुद्दा नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है। यह बिल्कु ल स्पसष्टय मुद्दा है। किसी भी देश में किेसी आततायी का स्मारक नहीं होता। बाबर आक्रमणकारी था। उसका उद्देश्य भारत पर आक्रमण कर साम्राज्य स्थापित करना था। फिर उसके नाम से कैसे कोई मस्जिद हो सकती है। उन्होंजने कहा कि देश का सौ करोड़ हिन्दू जागृत अवस्थाै में आ चुका है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने यदि मंदिर निर्माण से रोका तो सरकार का विरोध करने में भी संत समाज पीछे नहीं रहेगा। आज देश चारों ओर आतंकवाद और अलगाववाद से जूझ रहा है। देश को विखंडित करने का आज भी षडयंत्र चल रहा है। दुनिया के सामने स्पदष्टत है कि भारत के लिए पाकिस्तािनी आतंकवाद बड़ी समस्या है।
नासा के वैज्ञानिकों के शोध में, देश के भूगर्भशास्त्रियों और सनातन धर्म के ग्रंथों के आधार पर यह तय हो चुका है कि यहां हिन्दू संस्कृति का महल था। कतिपय लोगों द्वारा हिन्दुओं की आस्था के विपरीत काम किया गया। अब समय है कि जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। इस दौरान अखिलेश सुहालका, सूर्यप्रकाश सुहालका भी मौजूद रहे।