जयपुर, कोटा के बाद उदयपुर केटरिंग एसोसिएशन ने जनहित में लिये अनेक निर्णय
उदयपुर। शादी समारोह में देर रात तक आयोजकों द्वारा गर्म खाने की मांग करना केटरिंग के साथ-साथ अनेक प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे उदयपुर केटरिंग डिलर्स समिति ने यह निर्णय लिया है कि अब रात्रि 11 बजे बाद केटरिंग नहीं की जाएगी।
समिति अध्यक्ष दिलीप सुराणा ने यहां आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि आम तौर शाम 5 बजे तक शादी समारोह में विभिन्न वैरायटियों के साथ खाना तैयार हो जाता है। शाम 5 बजे तैयार होने वाला भोजन रात्रि 11 बजे बाद तक गर्म खाना सर्व करने में केटरिंग वालों को सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। गर्म खाना सर्व नहीं करने को लेकर कभी-कभी आयोजकों से लड़ाई-झगड़े की नौबत तक आ जाती है। इसी को लेकर पिछले कुछ माह पूर्व कोटा में एक हलवाई की लाश रेलवे ट्रेक पर मिली थी।
समिति ने भी शहर में किसी प्रकार की अनहोनी नहीं हो, इसके लिए सभी के हित को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त निर्णय लेना पड़ा। देर रात्रि खाना सर्व करने से उसमें शुद्धता घट जाती है। केटरिंग वाले एवं लेकर देर रात अपने गंतव्य स्थान पर जाते समय पुलिस प्रशासन की सख्ती का सामना करना पड़ता है।
समिति के संरक्षक वीरेन्द्र बापना ने बताया कि आयोजन स्थल पर देर रात्रि तक जनरेटर चलने से ध्वनि प्रदुषण के साथ-साथ आस-पड़ौस के निवासियों को भी तेज ध्वनि का सामना करना पड़ता है। जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। देर रात्रि भोजन से लेबर को देर रात खाना नहीं नहीं मिल पाता है। लेबर को अपने गंतव्य स्थान पर पंहुचने के लिए उचित साधन नहीं मिल पाते है क्योंकि कुछ स्थानों पर उन्हें तो रात्रि 3-4 बजे तक काम करना पड़ता है। जब तक अतिथि भोजन नहीं कर लेते तब तक लेबर भी भोजन नहीं कर पाती है।
एसोसिएशन सचिव राकेश चौधरी ने बताया कि देर रात तक चलने वाले जरनरेटर एंव बिजली के बंद हो जाने से निश्चित रूप से सरकार को भी लाभ होगा। सरकार को बिजली की बजत होगी। इससे देर रात होने वाले अपराधों में भी कमी आएगी। यदि आयोजक शादी समारोह के निमंत्रण पत्र पर भोजन शम 5 से रात्रि 10 बजे तक लिख दे तो सभी समस्याओं को हल स्वत: ही निकल जाएगा। जयपुर एवं कोटा एसोसिएशन ने कुछ समय पूर्व इस प्रकार का निर्णय लिया। जिसका सभी ने स्वागत किया। इस निर्णय को विभिन्न सहयोगियों के साथ अगले 1 वर्ष में पूर्ण रूप से लागू करवानें का प्रयास किया जाएगा। आगामी शादी के सीजन के लिए जो बुङ्क्षकग हो चुकी है उन्हें इस निर्णय से अवगत कराकर इसकी अनुपालना का अनुरोध किया जाएगा। इस अवसर पर गजेन्द्र खाब्या, विक्रम भण्डारी, राजकुमार सरूपरिया, मुकेश माधवानी, उमाशंकर सहित कार्यकारिणी के अनेक सदस्य मौजूद थे।