उदयपुर। शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया वहीं शहर के मंदिरों में शनिवार मध्यरात्रि कृष्ण जन्म लेंगे। श्रद्धालु हर्षोल्लास से कृष्ण जन्म पर पंचामृत, पंजीरी का प्रसाद वितरित करेंगे वहीं रविवार को नंदोत्सव मनाया जाएगा।
गुरूनानक कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एनएस राठौड़ ने बताया कि छात्राओं ने हर्षोल्लास के साथ कृष्ण जन्माष्टमी व शिक्षक दिवस पर कृष्ण भक्ति के गीत एवं दोहे के साथ उनके बालस्वरूप रूप को नाट्य एवं छन्दों के साथ मनमोहक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर रचना मेनारिया ने कृष्ण व शबनम बानो ने राधा का रूप धारण कर सुन्दर प्रस्तुति दी। छात्राध्यक्ष सिमरन डोडेजा तथा उसकी टीम ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शिक्षकों का तिलक व माल्यार्पण कर सम्मानित किया।
एसेन्ट इंटरनेशनल सीसै स्कूल, हिरणमगरी से. 3 में नर्सरी से पांचवीं के छात्र-छात्राओं ने तरह-तरह की वेशभूषा पहन कर कृष्ण, राधा, बलराम, वासुदेव एवं यशोदा का रूप धारण किया। सभी ने कृष्ण भजनों पर नृत्य किया। छात्र-छात्राओं को प्रधानाचार्या योजना शर्मा ने श्रीकृष्ण जन्माष्ट्मी का महत्व एवं उपयोगिता बताई। सभी को पंचामृत, पंजीरी एवं प्रसाद का वितरण किया गया।
मध्याह्न बाद कक्षा 6 से 10 तक के छात्र-छात्राओं के द्वारा शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने अध्यापकों को फूल एवं टाइटल भेंट कर शिक्षक दिवस की बधाई दी। शिक्षक दिवस पर प्रधानाचार्या योजना शर्मा ने केक काटकर सभी शिक्षकों का मुंह मीठा करवाया गया। अन्त में सभी अध्यापकों ने बच्चों को आशीर्वचन दिये।
जन्माष्टमी पर कान्हा बने, माखन खाया
जन्माष्टमी पर साइफन स्थित विजडम स्कूल में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। प्रिंसीपल रूख्शी सादिक ने बताया कि छोटे बच्चों की फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता हुई। इसमें बच्चे कान्हा बनकर आए। बच्चों की माखन खाओ प्रतियोगिता रोचक रही। महिलाओं (पेरेंट्स) की मटकी रेस प्रतियोगिता हुई। विजेताओं को पुरस्कार व प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया गया।
महावीर पब्लिक स्कूहल में जन्माष्टमी व शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आशीष वया की अध्यक्षता में मनाया गया। जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में सभी छात्र-छात्राएँ राधा-कृष्ण की वेशभूषा में विद्यालय में आए और अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी। कार्यक्रम में शिक्षक की महत्ता पर प्रकाश डाला गया व विद्यार्थियों को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन पर जानकारी दी गई।
अंतराष्ट्रीय कृष्णा भावनामृत संघ (ISKCON Udaipur) द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव तथा नंदोत्सव मनाया जायेगा। 5 सितम्बर सुबह ५ बजे से मंगल आरती के साथ संध्या 10 बजे तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम संध्या ६ बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम और कृष्णा लीला के ऊपर परम पूज्य लोकाध्यकक्ष प्रभुजी (ISKCON Mumbai) द्वारा कथा होगी। 8 बजे भगवान श्री कृष्णा का अभिषेक और बाद में सब के लिए प्रसाद का व्यवस्थाI है। हरिनाम कीर्तन और भजन ISKCON वृन्दावन के भक्तों द्वारा किया जाएगा। 6 सितम्बर को सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक ISKCON के संस्थापक आचार्य His Divine Grace A.C. Bhakti Vedanta swami Srila Prabhupada के 119 वां व्यास पूजा महोत्सव मनाया जाएगा। पूरा उत्सव में लगभग 3000 से 5000 भक्तों का प्रसाद बितरण होगा। सुबह बीएस कानावत वृहद रूप दास, मायापुर धाम दास, मधु लीला दास, लतेश सेनानी के साथ जन्माष्टमी उत्सव , भव्य और दिव्य रूप से मनाए जाए, उसके बारे मे मीटिंग रखी गई थी।