भींडर में की थी 25 अगस्त को वारदात
उदयपुर। बैंकों में रेकी कर वहां से निकलने वाले लोगों से लूटपाट के मामले में उदयपुर पुलिस ने अंतरराज्यीय वारदातें करने वाले तीन लोगों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। गत 25 अगस्त को भींडर में की गई वारदात के बारे में पुलिस तलाश कर रही थी। तीनों राजगढ़ जिले के बताए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने यहां पत्रकारों से बातचीत में बताया कि गत 25 अगस्त को सालेड़ा निवासी राम लाल ने दी रिपोर्ट में बताया कि वह एसबीबीजे बैंक में गया। वहां से दो लाख रुपए का लोन लेकर निकला और रकम मोटरसाइकिल की डिक्कीम में रख दी। बाहर निकलने के बाद सामने गली में गाडी आ जाने से उसके रुकते ही अज्ञात लोगों ने उसकी डिक्की से रूपए का थैला चोरी कर लिया।
तफ्तीश के लिए वृत्ताधिकारी नारायणसिंह एवं थानाधिकारी हिमांशु सिंह की गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तलाश की। शनिवार को संदिग्ध व्यक्तियों के बांसवाड़ा में होने की सूचना मिली। वहां पहुंचे तो परतापुर में इन्हीं की शक्ल का संदिग्धन व्यगक्ति नजर आया। उसे धर दबोचा लेकिन दूर खड़े दो व्यक्ति भाग गए। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम करण पुत्र विजय सिसोदिया निवासी राजगढ़ बताया।
अन्य के बारे में पूछताछ पर उसने दो अन्य व्यक्ति साका व सनी का होना बताया। दोनों व्यक्तियों का भीण्डर पुलिस ने पीछा किया बांसवाड़ा पहुंचे जहां तलाश की लेकिन दोनों पहले ही उदयपुर की ओर निकल चुके थे। हर गाडी को चैक करते हुए आसपुर के पास पहुंचे जहां उदयपुर पासिंग रोडवेज बस रूकवाई। बस की तलाशी में करण के बताए हुलिए के अनुसार दो व्यक्ति मिले। पूछताछ में वे कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। करण के मोबाइल से फोन किया तो फोन की घंटी बजते ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। एक ने अपना नाम साका पिता भारत सिंह सिसोदिया निवासी जाटखेडी पुलिस थाना पंचौर जिला राजगढ़ व दूसरे ने सनी पिता हरिप्रसाद सिसोदिया निवासी कडिया पुलिस थाना पंचौर जिला राजगढ का होना बताया। भीण्डर में चोरी की वारदात करना उन्होंिने स्वीकार कर लिया। विस्तृत पुछताछ में उन्हों ने राजस्थान, शिमला, मध्यप्रदेश में कई वारदातें करना बताया। दो वारदात सागवाड़ा, एक सलूम्बर, दो चित्तौड़गढ़, चाकसू (जयपुर), अन्ता (बांरा), फतहपुर (सीकर) कुल्लु मनाली, इन्दौर में घटना करना बताया।
इन्होंनने चाकसू (जयपुर) में 50 हजार, अंता (बारां) में दो लाख, सलूम्बर (उदयपुर) में प्रयास विफल, चित्तोडगढ में 70 हजार, चित्तोडगढ में ग्लास पर फोटो बनाने की दुकान के पास से 55 हजार, फतेहपुर (सीकर) में बस में ब्लेड से चीरा लगा कर 50 हजार, झालावाड़ में 50 हजार, सागवाडा (डुंगरपुर) में 55 हजार, सागवाडा में ही ट्रेवल्स बस में 70 हजार, सागवाड़ा में कपड़े की पोटली में रखे जेवरात, भीण्डर (उदयपुर) में दो लाख की चोरी कर चुके हैं। इसके अलावा पावटा, शाहपुरा (जयपुर) में वारदात को अंजाम देने की कोशिश की मगर कोई सफलता नहीं मिली।
तरीके : बैंक से रैकी कर मोटरसाईकिल की डिक्की का ढक्कन दबाकर रूपये चोरी कर ले जाना, लोगों के कपड़ों पर बिस्किट का गोल डालकर गन्दगी बता कर व्यक्ति का ध्यान भंग कर रूपये चोरी कर ले जाना, रूपये के थैले के ब्लैड से चीरा लगा कर रूपये चोरी करने आदि तरीके अपनाते थे।