अश्रुपूरित भावभीनी श्रद्धांजलि
उदयपुर। राष्ट्रसंत प्रवर्तक गणेश मुनि शास्त्री का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पूर्व महाप्रयाण यात्रा 10.15 बजे श्री अमर जैन साहित्य संस्थान सेक्टर 11 से आरम्भ हुई।
संस्थान अध्यक्ष भंवर सेठ ने बताया कि प्रारम्भ में उनके शिष्य काव्यतीर्थ एवं उप प्रवर्तक जिनेन्द्र मुनि ने लोगस एवं नवकार मंत्र का पाठ पढा एवं उसके पश्चात् उपस्थित भारी जनसमुदाय के गगनचुम्बी नारों के साथ उनका पार्थिव शरीर डोल में रखा गया। तत्पश्चात् महाप्रयाण यात्रा प्रारम्भ हुई। सुसज्जित डोल को गाडी में रखा गया। यात्रा में 2 बैण्ड अपनी स्वर लहरियां बिखेर रहे थे। प्रारम्भ में यात्रा पारस सिनेमा तक पैदल चली, उसके पश्चात् चित्रकुट नगर तक सबसे आगे दुपहिया वाहन, बैण्ड, सुसज्जित डोल एवं अंत में कारों का काफिला चला।
एक और गमगीन माहौल था। यात्रा हिरणमगरी से प्रारम्भ होकर पटेल सर्कल, उद्यापोल, सूरजपोल, दिल्लीगेट, कोर्ट चौराहा, तारकगुरू जैन ग्रन्थालय, शास्त्री सर्कल से आयड़ पुलिया, 100 फीट रोड से सेरेमनी गार्डन से होते अपने गंतव्य स्थल पर पंहुची। महाप्रयाण यात्रा को देखने के लिये जगह जगह जनसमूह उमड़ा।
संस्थान अध्यक्ष भंवर सेठ ने बताया कि इस यात्रा में करीब तीन हजार श्रावक-श्राविकाओं सहित विभिन्न समाज के लोग उपस्थित थे एवं हजारों लोगों ने पूरे रास्ते संत के दर्शन किये। पूरे रास्ते हुक्मीचंद जी धर्मेश जी पोरवाल गोगुन्दा वालों की और से गुलाल व सिक्के लुटाये जा रहे थे। डोल को राष्ट्रसंत के सांसारिक परिवारजन श्री टेकचन्द जी, सतीश जी एवं अन्य ने सर्वप्रथम उठाया एवं उसके पश्चात् अवसर सर्वश्री सुरेश-भगवन्ती मोदी, उमेश बम्बोरी, नान्देश्मा, जीवमल-निशीता चपलोत एवं रोशन जी ललित जी, सुजान जी बसन्ती जी एवं राजूजी ने लाभ लिया। चित्रकूट नगर में महाराज साहब को मुखाग्नि का लाभ वीरेन्द्र – रजनी डांगी, वैभव, डॉ. अनीता, शुभव, अंकिता, नीलम, मानस ने किया। वहीं घी लेपन का लाभ कालूलाल जैन सविना, गणेशलाल सेठ लिया।
चित्रकूट नगर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में गृहमंत्री गुलाब चन्द कटारिया ने कहा कि गणेश मुनि ने साहित्य के माध्यम से समाज को बहुत कुछ दिया। वे श्रमण संघ के वरिष्ठ संत थे। उनका साहित्य समाज का मार्ग प्रशस्त करेगा। श्रद्धांजलि सभा को शांतिलाल चपलोत, चुन्नी लाल गांधी, अहमदाबाद जैन कॉन्फ्रेन्स के पूर्व अध्यक्ष नेमीचंद चोपडा, युवा अध्यक्ष महेन्द्र पगारिया, पूर्व महामंत्री पारसमल, रजनी डांगी, कांग्रेस नेता दिनेश श्रीमाली, संघ अध्यक्ष वीरेन्द्र डांगी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष औंकार लाल सिरोया, पूर्व अध्यक्ष कन्हैयालाल मेहता, धारावी मुबंई के अध्यक्ष जवेरी लाल चोपडा, ओसवाल बडे साजन सभा अध्यक्ष दिलीप सुराना, सूरज श्री संघ के अध्यक्ष रोशन ओरडिया, तेरापंथ धर्म संघ के राजकुमार फतावत, मुंबई से आये चंदू भाई दोषी, अहमदाबाद से आये शांतीलाल नाहर, मूलचंद नाहर, सूरत से आए ललित ओरडिया, रमेश दोषी, विश्व हिन्दु परिषद् के शंकर लोढा, दिल्ली से सुकरण कुमार सहित मलकापुर, शिरडी, धारावी, मुंबई, दिल्ली, पुना, सूरत, अहमदाबाद एवं आसपास के कई क्षेत्रों से श्रावक श्राविकाएं उपस्थित रहे।