उदयपुर। सज्जनगढ़ बायलॉजिकल पार्क में मौजूद नर बाघ टी-24 पिछले कुछ समय से अस्वस्थ होने के फलस्वरूप राजस्थान वन विभाग द्वारा भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली, भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून तथा जयपुर जन्तुआलय तथा सज्जनगढ़ बायलोजिकल पार्क के प्राणी विशेषज्ञों की टीम ने शुक्रवार को टी-24 का विस्तृत परीक्षण किया।
मुख्य वन संरक्षक राहुल भटनागर ने बताया कि परीक्षण में प्राणी का स्वास्थ्य ठीक ना होने के फलस्वरूप विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा मौके पर ही एक्स-रे, अल्ट्रासोनोग्राफी की गयी तथा उससे प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर बाघ टी-24 का शल्य चिकित्सा करने का निर्णय लिया गया। चिकित्सा के दौरान प्राणी के छोटी एवं बड़ी आंताें में व्याधि पायी गयी। इसके निराकरण के लिए आवश्यक चिकित्सा कार्यवाही की गयी। चिकित्सकों द्वारा कुल 4 घण्टे का ऑपरेशन किया गया तथा ऑपरेशन पश्चात् बाघ पूर्ण होशोहवास में है। बाघ की स्थिति क्रिटिकल होने के फलस्वरूप 72 घण्टे तक गहन चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।