प्रभुलाल को मिली नई जिन्दगी
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल काँलेज एंड हाँस्पीटल के अस्थि रोग सर्जन डॉ.सालेह मोहम्मद कागजी ने 30 वर्षीय प्रभुलाल के दोनों हाथ एवं पांव, कूल्हे, घुटने एवं नाक की हड्डी के 12 फ्रेक्चरों को एक साथ सही करके एक नई जिन्दगी दी है।
दरअसल सायरा निवासी प्रभुलाल का एक्सीडेन्ट हो गया था। एक्सीडेन्ट के दौरान प्रभुलाल को 12 जगहों पर फैक्चर हो गया। प्रभुलाल के परिजन उसे कई जगह इलाज के लिए ले गए लेकिन उसकी खराब हालत देखकर डॉक्टरों ने उसे अहमदाबाद ले जाने के लिए कहा। आर्थिक रूप से अक्षम प्रभुलाल के परिजन उसे पेसिफिक मेडिकल काँलेज एंड हाँस्पीटल लेकर आए जहॉ अस्थि रोग सर्जन डॉ.सालेह मौहम्मद कागजी की टीम ने बिना समय गवाए तुरन्त ऑपरेषन कर एक के बाद एक सभी फ्रेक्चरों को जोडकर प्रभुलाल को नई जिन्दगी दी। इस सफल ऑपरेषन को अंजाम दिया डॉ.कागजी,डॉ.प्रकाष औदित्य, डॉ.ज्योति, डॉ.समीर गोयल,बृजेष भारद्वाज,सुभाष शर्मा,मनोज,मनीष एवं मैथ्यू की टीम ने।
डॉ. कागजी ने बताया कि अत्यघिक रक्तस्त्राव होने कि बजह से ऑपरेशन में मरीज की जान को खतरा था लेकिन मिनिमल इन्वेसिव पद्धति (न्यूनतम रक्तस्त्राव एवं सूक्ष्म चीरे से) का इस्तेमाल करते हुए फ्रेक्चर के सभी ऑपरेशन किए गए जिससे कि जान का खतरा एवं खून का स्त्राव नगण्य हो सके। पेसिफिक मेडिकल विष्वविधालय के वाइस चॉसलर डॉ. डीपी अग्रवाल ने बताया कि इस तरह के गंभीर मरीज प्रायः हॉस्पीटल पहुंचने से पहले ही अत्यधिक रक्तस्त्राव के कारण अपनी जान गवॉ देते है। ऑपरेशन से यह खतरा और भी बढ़ जाता है एवं ऑपरेशन के 4-5 दिनो बाद तक भी संक्रमण एवं थ्रोम्बोसिस की वजह से खतरा बना रहता है।
पेसिफिक मेडिकल काँलेज एंड हॉस्पीटल के चेयरमैन राहुल अग्रवाल ने इस तरह के जटिल ऑपरेशन में सफलता पर डॉ. कागजी एवं सर्जरी टीम को बधाई दी। गौरतलब है कि इस तरह के मरीज के इलाज में सामान्यतः 15 से 20 लाख तक खर्चा आता है लेकिन पीएमसीएच में मात्र एक से डेढ लाख के खर्चे में इलाज हो जाता है।