तेरापंथ मुनि राकेश कुमार के किए दर्शन
उदयपुर। खान, वन एवं पर्यावरण मंत्री राजकुमार रिणवा ने मंगलवार को उदयपुर में जैविक उद्यान सज्जनगढ़ का मुआयना किया और जैविक उद्यान सज्जनगढ़ के प्राणियों एवं उनके प्रबन्धन के बारे में विस्तृत पूछताछ की। शाम को वे आनंद नगर स्थित तातेड़ हाउस पहुंचे जहां शासन श्री मुनि राकेश कुमार के दर्शन किए।
रिणवा ने बाघ टी-24 के एनक्लोजर का मुआयना किया एवं उसके स्वास्थ्य के बारे में जाना तथा अब तक दी गयी चिकित्सा की जानकारी ली। यह बाघ टी-24 रणथम्भौर से 16 मई 2015 को लाया गया था जिसे ऑफ डिस्प्ले क्षेत्र में रखा गया था।
वन मंत्री ने अधिकारियों एवं पशुचिकित्सकों से जानकारी ली एवं रिकॉर्ड का अवलोकन किया। चिकित्सकों की राय अनुसार प्राणी की आँतों में रूकावट की वजह से मल त्याग में दिक्कत आ रही थी। पूर्व में भी यही समस्या इस प्राणी में रणथम्भौर बाघ परियोजना क्षेत्र में जनवरी 2015 में प्रकट हुयी थी। तीन सदस्यीय टीम द्वारा निरन्तर 27 नवम्बर 2015 तक प्राणी को चिकित्सा दी गयी एवं ऑब्र्जवेशन में रखा गया। तबीयत में सुधार देखकर प्राणी को 27 नवंबर 2015 को नॉन डिस्प्ले क्षेत्र में खुले में रीलीज किया गया। 2 दिसम्बर 2015 को पशु चिकित्सकों/विशेषज्ञों की एक उच्चस्तरीय टीम का गठन कर बाघ टी-24 का स्वास्य्पशु परीक्षण कर इलाज हेतु आग्रह किया। इन्डियन वेटेनरी रिसर्च इन्सटीट्यूट, इज्जतनगर बरेली से 5 विशेषज्ञ डा. एएम पावडे (प्रमुख शल्य चिकित्सा वैज्ञानिक) के निर्देशन में डॉ. पराग निगम तथा जयपुर चिडियाघर के डॉ. अरविन्द माथुर ने 3 दिसम्बर 2015 को जैविक उद्यान सज्जनगढ़ पहुंच कर प्राणी के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। 4 दिसम्बर को प्राणी से सम्बन्धित विभिन्न टेस्ट जैसे रेडियोग्राफी, अल्ट्रासोनाग्राफी के निष्कर्षों से वरिष्ठ विशेषज्ञों ने शल्यचिकित्या का निर्णय लेकर शल्यचिकित्सा की एवं अगले 72 घंटे तक प्राणी को गहन ऑब्जिर्वेशन में रखा। प्राणी के स्वास्थ्य में सुधार है। वह सूप, कीमा एवं कलेजी लेने लगा है।
संतों के आशीर्वाद से ही उत्कृष्ट कार्य संभव: रिणवा
वनमंत्री रिणवा अपने उदयपुर प्रवास के दौरान मंगलवार शाम आनंद नगर स्थित तातेड़ निवास पहुंचे और तेरापंथ के वरिष्ठ संत शासन श्री मुनि राकेश कुमार से आशीर्वाद लिया।
मुनि राकेश कुमार ने राज्य सरकार के कार्यकलापों की सराहना करते हुए साम्प्रदायिक सद्भावना, नैतिकता की प्रतिस्थापना, नशामुक्ति अभियान में सक्रियता से जुड़ने की प्रेरणा दी। साथ ही उन्होंने वर्ष में एक बार आचार्य महाश्रमण के दर्शनार्थ जाने की प्रेरणा भी दी। रिणवा ने कहा कि जब-जब विश्व में संकट आते हैं, भगवान राम, कृष्ण और महावीर आते हैं लेकिन छोटे संकटों के निवारण के लिए साधु-संतों का आशीर्वाद ही काम आता है। मुझे ऐसे साधु-संतों ंके आशीर्वाद से ही राजनीति में उत्कृष्ट कार्य करने की प्रेरणा मिलती रही है। मुनि सुधाकर एवं मुनि दीप कुमार ने भी प्रेरणा पाथेय दिया। मंत्री रिणवा का मेवाड़ी पगड़ी धारण करा प्रतीक चिन्ह, साहित्य भेंटकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर तेरापंथी सभाध्यक्ष राजकुमार फत्तावत, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष दीपक सिंघवी, महिला मंडल अध्यक्ष चन्द्रा बोहरा, आईटी प्रभारी रवि जैन, यूसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष मांगीलाल लूणावत आदि मौजूद थे।