रविवार को उमड़ी मेले में जबरदस्त भीड़
उदयपुर। ग्रामीण गैर कृषि-विकास अभिकरण (रूडा) एवं विकास आयुक्त हस्तशिल्प भारत सरकार नईदिल्ली की ओर से टॉऊनहॉल में आयोजित दस दिवसीय हस्तशिल्प मेले का प्रथम रविवार होने के कारण जबरदस्त भीड़ उमड़ी पड़ी। मेले में पैर रखने तक की जगह नहीं थी।
रूडा के उप महाप्रबंधक दिनेश सेठी ने बताया कि रविवार होने के कारण मेले में जनता ने खुलकर खरीददारी की जिससे हस्तशिलिपयों एवं दस्तकारों के चेहरे पर मुस्कान ओर अधिक खिल गयी। जनता बनारसी साडिय़ों, खुरजा की पोटरी, टेराकोटा, बगरू प्रिन्ट की साडिय़ा एवं सूट, ब्रास के आइटम, मुड्डे, कारपेट सहित विभिन्न उत्पादों की खरीददारी की।
कला ईश्वर की देन है और वह हाथ का हुनर होती है। पेन्टिंग करने कला हर किसी को नहीं मिलती है लेकिन जिसे मिलती उस खूबसूरती पूरी दुनिया में दिखाई देती है। किशनगढ़ से आये कलाकार सूरजमल ने पुराने बेकार पड़े स्टाम्प पेपर एवं पोस्टकार्ड को फेकनें के बजाय उसका बेहतर उपयोग करते हुए उस ग्रामीण क्षेत्र की उस संस्कृति को बखूबी उभारा की वह देखते ही बनती है। वाटर कलर एवं प्लास्ट पेन्ट का उपयोग करते हुए स्टाम्प पेपर,पोस्टकार्ड,साधारण कागज एवं वेलवेट कपड़े पर प्रकृति के सुन्दर नजारे के साथ-साथ खुले मैदान मे पेड़ की छांव के नीचे गिटार के साथ रागिनी की विभिन्न मुद्राओं का चित्रण कर उसमें जान फूंकने का प्रयास किया। कागज पर चिडिय़ा, हाथियों की लड़ाई का शानदार चित्रण किया। वेलवेट कपड़े पर कृष्ण संग गोपियों के रास की दर्शनीय चित्रण कर प्राचीनकाल की रासलीला की याद दिलाने का प्रयास किया। पर्यटन विभाग के कलाकारों द्वारा मेलार्थियों के लिए प्रस्तुत किये जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत आज कलाकारों ने चकरी, भवई,सिर पर साईकिल का पहिया के साथ नृत्य कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के लिए भीड़ उमड़ रही है।