खान महाघूसकांड में रिश्वत देने के थे आरोपी
उदयपुर। चित्तौड़ में बंद पड़ी माइंसों को चालू करवाने की एवज में खान विभाग के सहायक अभियंता से प्रमुख शासन सचिव तक को करोड़ों की रिश्वत देने के आरोपी चित्तौड़ के प्रमुख खनन व्यापारी शेरखान का मंगलवार को कोलकाता में उपचार के दौरान निधन हो गया। किडनी की बीमारी से ग्रसित का लम्बे समय से कोलकाता में उपचार चल रहा था। शेरखान का शव जयपुर लाया जा रहा है। वहां से एम्बुलेंस से उसके पैतृक गांव ले जाया जाएगा।
शेरखान का कोलकाता में डायलिसिस किया जा रहा था। सोमवार रात्रि अचानक तबीयत खराब हो गई। काफी प्रयास के बाद भी शेरखान ने दम तोड़ दिया। आवश्यक कागजी कार्यवाही के बाद परिजन शव फ्लाइट से लेकर रवाना हो गए।
उल्लेरखनीय है कि गत वर्ष में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने खान विभाग के महाघूसकांड का खुलासा किया था जिसमें चित्तौड़ में शेरखान की बंद छह माइंसों को शुरू करवाने के लिए खान मालिक शेरखान द्वारा अपने सीए श्याम सिंघवी के माध्यम से खान विभाग के अधिकारियों से बात कर करोड़ों की रिश्वत देने का प्रस्ताव रखा था। अधिकारियों ने 22 करोड़ रूपए रिश्वत की मांग की थी। ब्यूरो ने उदयपुर में श्याम सिंघवी के कार्यालय में रखी रिश्वत की पहली किश्त ढ़ाई करोड़ रूपए बरामद की थी। ब्यूरो ने खान विभाग के प्रमुख शासन सचिव अशोक सिंघवी, खान विभाग के अतिरिक्त निदेशक पंकज गहलोत, अधीक्षण अभियंता पुष्कराराज आमेटा, दलाल संजय सेठी, सीए श्याम सिंघवी, खान मालिक शेरखान, इसका मुनीम राशीद और एक नौकर धीरेन्द्र उर्फ चिंटू को गिरफ्तार किया था।