पांच दस्तकार-हस्तशिल्पकार हुए पुरूस्कृत
उदयपुर। ग्रामीण गैर-कृषि विकास अभिकरण रूडा एवं विकास आयुक्त हस्तशिल्प भारत सरकार नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में टाउनहॉल में आयोजित दस दिवसीय हस्तशिल्प मेला-2016 क्राफ्ट बाजार आज सम्पन्न हुआ। अंतिम दिन मेले में जनता का हुजूम उमड़ पड़ा। जिसके चलते मेले की कुल बिक्री आंकड़ा 87 लाख पार कर गया।
रूडा के उप महाप्रबंधक दिनेश सेठी ने बताया कि गत दस दिनों के भीतर सर्वश्रेष्ठ हस्तशिल्पकार, दस्तकार, सर्वश्रेष्ठ आर्टिजन एंव सर्वाधिक बिक्री करने वाले दस्तकार-हस्तशिल्पकारों टोंक के रामकुमार लौहार, भैरवगढ़ के हाजी मोहम्मद साबिर, इन्दौर के रामदीन, खुरजा के मदनलाल बत्रा व सूरजमल रेगर को अशोक मीणा, आरएल वर्मा द्वारा सम्मानित किया गया।
मुराबादाबाद के पीतल के दीपक : मुरादाबाद से आये रईस अहमद ने बताया कि देश ही नहीं वरन विदेशों में भी मुरादाबाद के दीपक प्रसिद्ध है। देश मे सिर्फ मुरादाबाद के अलावा और कहीं भी इस प्रकार के दीपक का निर्माण नहीं होता है। गत 10 वर्षो में मुरादाबाद से हस्तशिल्प के विभिन्न उत्पादों के निर्यात में जहंा दस गुना वृद्धि हुई है वहीं हस्तशिल्पी दुगुने हो गये है। राजस्थान की जनता इन दीपकों को विशेष रूप से पसन्द करती है। दीपक पीतल के होने एवं इसके चारों और बारोसिल्क के टफ एण्ड ग्लास होने के कारण दीपक के भीतर गर्मी होने के बावजूद भी ये टूटते नहीं है।
रईस ने बताया कि मुरादाबाद में शिक्षा का स्तर बढ़ा है लेकिन इसके बावजूद युवा अपना पुश्तैनी धंधा अपनाने में विश्वास करते है। यहीं कारण है कि क्षेत्र में हस्तशिल्पियों की संख्या में दुगुनी वृद्धि हुई है। पहले जहां लालटेन का प्रचलन अधिक था लेकिन अब लालटेन का प्रचलन लगभग समाप्त सा हो गया है इसलिए उस लालटेन को आधुनिक बनाते हुए उसे दीपक का रूप दिया है जो दिखने में सुन्दर एवं आकर्षक होते है।