सुविवि के रसायन विभाग में नेनो रसायन पर राष्टीय सेमिनार संपन्न
उदयपुर। पर्यावरण में शामिल जल एवं वायु सहित अन्य तत्वों का संरक्षण बिना रसायन के संभव नहीं है। देखा जाए तो इसके संरक्षण का केंद्र बिंदु रसायन ही है। इसलिए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह जरूरी है कि रसायन क्षेत्र में अधिकाधिक रिसर्च हो। जो पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के कल्याण में अग्रणी हो।
यह बात महाराणा प्रताप कषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पीके दशोरा ने कही। अवसर था, सुखाडिया विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग की ओर से केमिकल साइंस पर आयोजित दो दिवसीय राष्टीय सेमिनार के समापन का। प्रो. दशोरा ने कहा कि मिटटी के माइक्रो न्यूटेन बनाए रखने के लिहाज से भी रसायन की उपयोगिता बढी है। वैज्ञानिकों को इस दिशा में माइक्रो न्यूटेंट बढाने की दिशा में खासी पहल करनी चाहिए। पानी में घुलनशिल तत्वों को दूर करने के लिए लिहाज से भी रसायन की महत्ता बढ जाती है। कारण, यह है कि वर्तमान में पर्यावरण के इन तत्वों में प्रदूषण की मात्रा का काफी हद तक बढ गई है। जिससे कहीं न कहीं मानव भी प्रभावित हो रहा है। समापन समारोह में कोटा विवि के पूर्व कुलपति प्रो. एमएल काबरा ने रसायन शास्त्र की तुलना ईश्वर से करते हुए कहा कि यदि रसायन को भगवान मान लिया जाए तो रिसर्च उसकी साधना है। प्रो. काबरा ने भी पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए रसायन विज्ञान का आवश्यक माना। अध्यक्षता करते हुए प्रो. फरीदा शाह ने कहा कि रसायन शास्त्र की सबसे खास बात यह है कि वर्तमान में इस क्षेत्र में होने वाले शोध आदि में संबंधित रसायन की भूमिका और उसके प्रभावों का आंकलन पूर्व में ही कर लिया जाता है। जो हर लिहाज से लाभकारी है। विशिष्ट अतिथि डीन प्रो एके गोस्वामी, सह अधिष्ठाता प्रो बीएल आहूजा ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम समन्वयक प्रो. पिंकी पंजाबी ने बताया कि इस दो दिवसीय राष्टीय संगोष्ठी में 200 प्रतिभागियों ने शोघ पत्र प्रस्तुत किए। सेमिनार के दूसरे दिन संगोष्ठी में दिल्ली विवि के प्रो आरके शर्मा, बडौदा विवि के आशुतोष बेडेकर, गुजरात के प्रो मानसिंह व प्रो बीटी ठाकर जोधपुर के प्रो जीके शर्मा ने भी प्रदूषण का मानवीय संवेदनाओं पर विचार व्यिक्ति किए। संचालन मिनाक्षी गर्ग ने किया। धन्यवाद प्रो एके गोस्वामी ने दिया।
पुरस्कार वितरण : सेमिनार संयोजक डॉ. चेतना आमेटा ने बताया कि सेमिनार में ओरल प्रेजेंटेशन में डॉ एसके बेनर्जी स्मति पुरस्कार निर्मला जांगिड, शिखा अग्रवाल व दीपकुमार जोशी को दिया गया। इसी तरह पोस्टर प्रतियोगिता में प्रीति मेहता, मोनिका त्रिवेदी, आशा पटेल व राजेश मीणा को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।