उदयपुर। लावारिस शवों का हरिद्वार में विधि विधान से अस्थि विसर्जन कर महाराणा प्रताप सेना के पदाधिकारी वापस गुरुवार को उदयपुर पहुंचे। रास्ते में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने अस्थि कलशों की पूजा की।
सेना के संभागीय अध्यक्ष अशोक जैन ने बताया कि महाराणा प्रताप सेना के संस्थापक मोहन सिंह राठौड के नेतृत्व में हीरालाल साहू, मांगीलाल सुथार, विनोद प्रजापत, डालूजी गमेती, चंद्रवीर सिंह, पुष्कधर गमेती व अर्जुन सिंह ने 30 मार्च को हरिद्वार में पंडित रामचन्द्र राजगुरू ने हिन्दू रीति-रिवाज से अस्थि कलश की पूजा अर्चना कर गंगा में प्रवाहित की और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए सेना के पदाधिकारियों ने पिंड दान किया। वापसी में पुष्केर में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए विधिवत पूजा अर्चना की। सेना द्वारा निर्णय लिया गया कि दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए 111 कन्याओं की पूजन व भोजन कराया जाएगा।