उदयपुर। मेवाड़ महामण्डलेश्वर महन्त मुरलीमनोहर शरण शास्त्री की स्मृति में आयोजित निखिल राज्यस्तरीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय चल रजत वैजयन्ती वाद-विवाद प्रतियोगिता का उद्घाटन एमपीयूएटी के कुलपति प्रो. उमाशंकर शर्मा ने किया। मुख्यि अतिथि सुविवि कुलपति प्रो. आईवी त्रिवेदी थे। प्रतियोगिता का विषय शिक्षक शिक्षा व्यवस्था भारतीय संस्कृति के अनुरूप वांछित शिक्षकों का निर्माण करने सक्षम है था।
कुलपति प्रो. त्रिवेदी ने प्रशिक्षणार्थियों का आह्वान किया कि शिक्षा मनोविज्ञान प्रबन्धन और संप्रेषण कौशल को पुष्ट करती सहगामी प्रवृतियों से उत्तरदायी राष्ट्रभक्त नागरिकों का निर्माण करें। प्रो. शर्मा ने कहा कि प्रशिक्षणार्थियों के समग्र विकास के लिये पुस्तकीय एवं सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ सहगामी प्रवृतियों के आयोजन से ही बालक समाज एवं राष्ट्र का निर्माण सुसाध्य है अतः प्रत्येक शिक्षा संस्थान एवं प्रशिक्षण संस्थान का दायित्व है कि अनुसंधान प्रवृति के साथ ही सामुदायिक सौमनस्य के भाव को उजागर करने वाली प्रवृतियों का आयोजन करना चाहिये। सारस्वत अतिथि सुविवि शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता डॉ. साधना कोठारी ने समाज के निर्माण एवं परिवर्तन के प्रबल साधन शिक्षा पाठ्यक्रम को मूल्यों की पृष्ठभूमि में प्रतिष्ठित करने हेतु भावी शिक्षकों का आह्वान किया। विद्या भवन के डॉ. एमपी शर्मा की अध्यक्षता में प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि प्रो. इन्द्रवर्धन त्रिवेदी थे। प्रारम्भ में निम्बार्क गंगा सोसायटी के मंत्री डॉ. राज्यवर्द्धन सिंह राय ने स्वागत उद्बोधन दिया। प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र द्विवेदी ने अतिथियों का परिचय दिया। प्रतियोगिता संयोजक डॉ. हनुमान सहाय शर्मा ने प्रतियोगिता के नियमों से अवगत कराया।