हिन्दी व उर्दू की शायरी से शमां रोशन हुई जश्न ए परवाज की महफिल
उदयपुर। देश के ख्यातनाम ख्यातनाम शायरों के मुख से जब गीत, गज़ल एवं शायरों के कलाम निकलें तो भारतीय लोककला मण्डल का मुक्ताकाशी रगंमच हिन्दी व उर्दू की शायरी से शमा रोशन हुई। इस शाम में हिन्दुस्तान जिंक-सृजन अवॉर्ड 2016 प्रसिद्ध कवि एवं तारक मेहता का उल्टा चश्मा में प्रमुख भूमिका निभाने वाले शैलेष लोढ़ा को प्रदान किया गया, जिसके तहत उन्हें एक लाख रूपयें तथा पांच अन्य पांच सृजन प्रेरक अवार्ड प्रदान किये गये।
अनवर जलालपुरी की निजामत में आयोजित इस मुशायरे की शुरूआत इकबाल सागर से हुई। जिसमें उन्होंने शायरी पेश करते हुए कहा जहां दो रास्ते आ कर मिले है, वहीं वह हादसे अक्सर मिले है, हमें इंसान कोई मिला,फरिश्ते से तो हम अक्सर मिलते है..शायर अरूणसिंह मखमूर ने अपनी रचना पेश करते हुए कहा सबको दिल की बात कहने का अधिकर है, जिस वतन की खाक से हुआ उनका वजूद है, जो वतन की जय न बोलें उनका वजूद खाक है.. उदयपुर के कवि हार्दिक हिन्दुस्तानी ने कहा बच्चे उस गरीब के खाना खा सकें त्यौहारों मे, इसलिए भगवान खुद बिक जाते है बाजारों में.. शायर संजय मिश्रा ने कहा सोचना है तो मुझे सिर्फ जरूरत भर सोच, वर्ना मुमकिन है कि जेहन पे हावी हो जाऊं .. दिल्ली के रणजीतसिंह चौहान का चांद-तारों से शमा आयी है, हर तरफ तुम ही नजर आते है अभी दशहत है या तन्हाई है.. मध्यप्रदेश की नुसरत मेहन्दी ने कहा सदा से आकार लेती आकृति, जो कभी स्वर ले न पायें अभिव्यक्ति, सदा से बिगड़ती अभिव्यक्ति.. पेश की तो श्रोताओं ने तालियों की भरपूर दाद दी।
अनवर जलालपुरी ने कहा कि रूहानियत से हमारा रिश्ता टूटता जा रहा है, वैसे-वैसे इंसानियत कमजोर होती जा रही है, लेकिन उदयपुर में ऐसा देखने को नहीं मिला। उन्होंने अपन शायरी पेश करते हुए कहा यादें पागल कर देती है, बातें पागल कर देती है, दिन तो गुजर जाता है लेकिन रातें पागल कर देती है.. पर जनता की वाहवाही लूटी। लफ्ज हो जाएगा कभी कोई ईसा तो उठें, लफ्ज को कृष्ण मिलें तो वह गीता हो जाएं.. मुंबई के शायर एम.तुराज ठहरें हुए अहसास का मंजर नहीं आया, मुद्दत से सफर में हूं मगर घर नहीं आया..पर तालियों की दाद लूटी।
मुशायरे के मुख्य अतिथि गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया, पुलिस महानिरीक्षक आनन्द श्रीवास्तव, विशिष्टज अतिथि वेदान्ता-हिजिंलि के गलोबल प्रेसीडेंट अखिलेश जोशी, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, चित्तौडग़ढ़ पुलिस अधीक्षक प्रसन्न खमेसरा, गज़ल गायक राजकुमार रिज़वी, एसपी श्रीमाली आदि थे। कार्यक्रम संयोजक राजेश खमेसरा ने बताया कि सभी अतिथियों ने हिन्दुस्तान जिंक-सृजन अवॉर्ड 2016 प्रसिद्ध कवि एवं तारक मेहता का उल्टा चश्मा में प्रमुख भूमिका निभाने वाले शैलेष लोढ़ा को प्रदान किया। इसके तहत उन्हें एक लाख रूपयें की राशि तथा पंाच अन्य कला सृजन राजकुमार केसवानी-भोपाल, राजू मनवानी-मुंबई, डॉ. यशवन्त कोठारी-उदयपुर, राजीव भट्ट-जयपुर एवं गणपत भंसाली-सूरत को सृजन प्रेरक अवार्ड-2016 से सम्मानित किया गया।
सृजन द स्पार्क के अध्यक्ष जीआर लोढ़ा ने कहा कि नये कलाकारों को आगे लोन हेतु सज़न द स्पार्क की ओर से एक एकेडमी का गठन किया जा रहा है। जिसके द्वारा शीघ्र ही टेलेन्ट हंट का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम चेयरमेन अब्बास बंदूकवाला ने भी समारोह को संबोधित किया।