उदयपुर। पूर्व अतिरिक्त सचिव एवं मुख्य अभियंता प्याकरेलाल सोलंकी ने कहा कि विद्या भवन की शिक्षा एवं यहां के शिक्षकों का उनके जीवन को संवारने में बड़ा योगदान रहा। यहां की शिक्षा और वातावरण को हम पूर्व विद्यार्थी कभी भूल नहीं सकते।
विद्या भवन विद्या बंधु संघ के स्नेह मिलन समारोह की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि विद्या भवन के पूर्व शिक्षक वरिष्ठ व्यंग्य कार, कवि, लेखक एवं हाल ही में बिहारी सम्मािन प्राप्त डॉ. भगवतीलाल व्यास थे। संघ की ओर से डॉ. मोहनसिंह मेहता की 121 वीं जयंती पर आयोजित स्नेह-मिलन समारोह में विद्या बंधु संघ की अध्यक्ष पुष्पा शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि महान शिक्षाविद डॉ. मेहता की दूरदृष्टि और क्रांतिकारी सोच से 1931 में स्थापित विद्या भवन विशाल वृटवृक्ष के रूप में विद्या की अलख जगा रहा है। स्नेह मिलन समारोह में वर्ष 1980-81 में विद्या भवन से ग्यारहवीं उत्तीर्ण कर निकले पूर्व विद्यार्थियों को सम्मांनित किया गया। कार्यक्रम में विद्या बंधु संघ के 300 पूर्व विद्यार्थियों ने सपत्नीक भाग लिया। अतिथियों ने विद्या बंधु संघ के मुखपत्र के 28 वें अंक का विमोचन भी किया। संघ के आमोद-प्रमोद मंत्री गोपाल बम्ब ने धन्यवाद दिया।