उदयपुर। देवगढ़ के काछबली गांव में शनिवार सुबह एक नर पैंथर गांव के अंदर घुस आया। निकलने का रास्ता खोजते.खोजते वह यहां के प्राथमिक स्कूल व खंडहर पड़े भवनों में घुसा। सुबह 8 बजे राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय काछबली में एक सवा साल का पैंथर घुस गया। यहां बालक सुरेंद्रसिंह पैंथर को देखकर चीख पड़ा। इससे पैंथर पास ही बनी पत्थर की दीवार के पास छुप गया। इसके बाद ग्रामीणों के घेरे जाने पर उसने दो जनों को घायल कर दिया।
अध्यापक जग्गासिंह, नारायणसिंह आदि ग्रामीण दीवार के पास पहुंचे तो पैंथर वहां से भाग कर पास ही खंडहर पड़े जलदाय के कार्यालय व एक अन्य भवन में घुस गया। ग्रामीणों के घेरने पर पैंथर ने प्रवीणनाथ, पुत्र भंवरनाथ व नारायण सिंह पर हमला कर घायल कर दिया। ग्रामीणों ने पैंथर को पकडक़र उसके पैर व गले को रस्सी से बांध कर 9 बजे वन विभाग को सूचना दी। रस्सियों से बांधे जाने पर उसकी मौत हो गई। पैंथर के मरने के बाद लोगों ने जमकर सेल्फी ली और फोटो खिंचवाए। कोई उसकी गर्दन पकडक़र उठा रहा था तो कोई उसकी पूंछ खींचकर फोटो खिंचवा रहा था। ग्रामीणों ने पैंथर के आने की सूचना वनविभाग को नहीं दी। जब उसकी मौत हो गई तब कहीं जाकर उन्होंने वन विभाग को खबर की। जब सवा नौ बजे वनपाल लूमसिंह मौके पर पहुंचे तो पैंथर की मौत हो चुकी थी। विभाग के कर्मचारियों ने पैंथर के शव का कामलीघाट वन चौकी में रखा है, जहां उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। आगे की कार्रवाई वनविभाग पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर करेगा।