स्ट्रेटेजिक फोकस, विजन स्टेटमेंट और वित्तीय योजना थीम पेपर में शामिल
उदयपुर। फैडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा स्वायत्त शासन विभाग, उदयपुर नगर निगम एवं उदयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सहयोग से 21 मई, शनिवार को उदयपुर के सिटी पैलेस में एक दिवसीय ‘स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव‘ आयोजित किया जायेगा। यह जानकारी फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के प्रमुख अतुल शर्मा ने दी।
कॉन्क्लेव के दौरान स्मार्ट सिटी कार्यक्रम में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर केंद्रित विभिन्न सत्र आयोजित किये जायेंगे। इन सत्रों में बड़ी संख्या में प्रख्यात वक्ता सम्बोधित करेंगे जो प्रचलित बेस्ट प्रेक्टिसेज को साझा करेंगे, तकनीकी एवं प्रबंधकीय समाधान तथा नीतिगत सुझाव देंगे। उद्घाटन सत्र के दौरान एक थीम पेपर का विमोचन भी किया जाएगा जिसमें विस्तृत रूप से उदयपुर शहर की प्रोफ़ाइल, स्वॉट एनालिसिस, स्ट्रेटेजिक फोकस, विजन स्टेटमेंट, वित्तीय योजना, आदि को शामिल किया गया है।
स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव डॉ. मंजीत सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के पहले भाग में चयनित 20 शहरों में जयपुर एवं उदयपुर को शामिल किया गया है। यह कॉन्क्लेव स्मार्ट सिटी कार्यक्रम की अब तक की प्रगति एवं आगे की कार्यवाही पर विचार-विमर्श करने के लिए मंच प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि इस पहल में निजी क्षेत्र की सहभागिता लाने के लिए उदयपुर नगर निगम द्वारा फिक्की के साथ एमओयू किया गया है। डॉ. सिंह ने कहा कि राजस्थान में विकसित होने वाले अन्य दो स्मार्ट शहरों में कोटा और अजमेर शामिल है। इस अवसर पर गृह मंत्री, श्री गुलाब चंद कटारिया अध्यक्षीय भाषण देंगे। नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री तथा स्वायत्त शासन मंत्री, श्री राजपाल सिंह शेखावत ‘स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव‘ के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि होंगे। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स के डायरेक्टर, प्रोफेसर जगन शाह ‘थीम एड्रेस‘ देंगे। भारत में डेनमार्क के राजदूत, श्री पीटर टकसोइ-जेन्सेन भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे और उद्घाटन सत्र के दौरान प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। महाराणा ऑफ़ मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन एवं मैनेजिंग ट्रस्टी, श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ उद्घाटन भाषण देंगे। एक दिवसीय इस कॉन्क्लेव में दो प्लेनरी सत्र होंगे। प्रथम सत्र ’ग्रीनर एंड हेल्दीयर सिटीज’ पर केंद्रित होगा। यह ‘स्वच्छ भारत मिशन‘ में उल्लेखित ‘सेनिटेशन फॉर आल बॉय 2019’ और ‘इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट एंड वाटर मैनेजमेंट’ पर आधारित होगा।
उदयपुर के कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, श्री रोहित गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस सत्र में विभिन्न विषयों जैसे – उदयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (आयुक्त, उदयपुर नगर निगम, श्री सिद्धार्थ सिहाग); स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट (रामबोल्ल इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर और प्लानिंग हेड, श्री श्रीनिवास चेकुरी); सैनिटेशन फॉर आल (न्यू बिज़नेस डेवलपमेंट ओवेन्स कोर्निंग के लीड, श्री गोकुल वेंकटरमन); वेस्ट मैनेजमेंट फॉर स्मार्ट सिटीज (आईएल एंड एफएस एनवायरमेंटल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज लिमिटेड, बिज़नेस डेवलपमेंट के उपाध्यक्ष, श्री संदीप कुमार); स्मार्ट सिटीज – अ पर्सपेक्टिव फ्रॉम अ मास्टर सिस्टम्स इंटीग्रेटर (स्मार्ट सिटीज एलएंडटी कंस्ट्रक्शन के बिजनेस लीडर, श्री जयंत कोहाले) और इंटीग्रेटेड वाटर रिसोर्सेज मैनेजमेंट स्मार्ट एप्रोच फॉर स्मार्ट सिटीज (विद्या भवन पॉलिटेक्निक कॉलेज, उदयपुर के प्रिंसिपल, डॉ. अनिल मेहता) पर विचार रखे जाएंगे। दूसरा सत्र ’स्मार्ट एंड वाइब्रेंट सिटीज‘ पर केंद्रित होगा। इसमें ‘इनोवेशंस एंड टेक्नोलॉजीज फॉर एप्लीकेशंस इन स्मार्ट सिटीज‘ कवर किया जाएगा। उदयपुर के संभागीय आयुक्त, श्री बी. एस. देथा की अध्यक्षता में आयोजित इस सत्र के दौरान विभिन्न विषयों जैसे – द इकोनॉमिक्स ऑफ स्मार्ट सिटीज (सिक्योर ग्रुप के ग्रुप सीईओ, श्री संजय सिंघल), स्मार्ट मोबिलिटी (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल ट्रांजिट सिस्टम लिमिटेड के ट्रांसपोर्ट प्लानिंग के उपाध्यक्ष, श्री समीर कुमार शर्मा), यूज ऑफ आईसीटी इन स्मार्ट सिटी फ्रेमवर्क (इंडस टावर्स लिमिटेड के सर्किल सीईओ, श्री आर. रामानुजम), स्मार्ट सिटी लेयर्स एंड कॉम्पोनेंट्स – द नीड फॉर हॉरिजोन्टल एप्रोच (ग्लोबल एंटरप्राइजेज एंड पब्लिक सेक्टर, नोकिया के स्मार्ट सिटीज, कंज्यूमर ऑपरेशंस् के डायरेक्टर, श्री जैकुइस वरमेयुलेन) और कंजर्वेशन ऑफ हेरिटेज जोन्स (प्रिजर्वेशन एंड कम्यूनिटी डिजाइन डवलपमेंट एंड रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन फॉर नेचर, आट्र्स एंड हेरिटेज, द्रोण की डायरेक्टर, डॉ. शिखा जैन) पर विचार व्यक्त करेंगे। कॉन्क्लेव में इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स, नगरीय आयुक्त, राज्य सरकार के अधिकारी, हाउसिंग एजेंसीज, शहरी स्थानीय निकाय, महापौर, वरिष्ठ शिक्षाविद्, रिसर्च स्कॉलर्स एवं अन्य शामिल होंगे। इसमें सतत् पर्यावरण और शहरी प्रबंधन की योजना एवं डिजाइन तैयार करने पर चर्चा करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होंगे। —