निर्यात हेतु अर्न्तराष्ट्रीय मानक पर सेमिनार का आयोजन
उदयपुर। ‘‘देश में इण्डस्ट्री के लिये स्टेण्डर्ड तैयार करने वाले संस्थानों में उद्योगो की सहभागिता बहुत कम है। यही कारण है कि उद्योगो के लिये स्टेण्डर्ड अच्छे नहीं है।’’
ये विचार अनिल जौहरी ने यूसीसीआई में निर्यात प्रोत्साहन सेमिनार में व्यक्त किये। उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा ईईपीसी इंडिया (इंजिनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउन्सिल), एन.ए.बी.सी.बी. (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर सर्टीफिकेशन बॉडिज) तथा क्यू.सी.आई. (क्वालिटी काउन्सिल ऑफ इण्डिया) के संयुक्त तत्वावधान में अपरान्ह 4.30 बजे चेम्बर भवन के पी.पी. सिंघल ऑडिटोरियम में ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता तथा उद्योगों को इसके लाभ’’ विषय पर एक निःशुल्क जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता एन.ए.बी.सी.बी. (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर सर्टीफिकेशन बॉडिज) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल जौहरी ने सेमिनार में उपस्थित प्रतिभागियों को क्वालिटी काउन्सिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) एवं एन.ए.बी.सी.बी. के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जौहरी ने स्वीकार किया कि देश में उद्योगों के लिये वर्तमान स्टेण्डर्ड समय के अनुरूप नहीं है एवं इनको अपग्रेड किया जाना आवश्यक है। विभिन्न उद्योगो के लिये अर्न्तराष्ट्रीय मानको की अनुपालना क्यों आवश्यक है, इस बारे में श्री जौहरी ने विस्तार से बताया। श्री जौहरी ने जानकारी दी कि विश्व में अलग अलग उत्पादों के लिये अलग अलग मानक एवं प्रमाणीकरण व्यवस्थाएं है। विश्व व्यापार संगठन द्वारा इसमें एकरूपता लाने हेतु प्रयास किये जा रहे है। श्री जौहरी ने कहा कि उद्योगो के लिये केवल अर्न्तराष्ट्रीय मानको की अनुपालना ही काफी नहीं है बल्कि उसका सक्षम सर्टिफिकेशन बॉडी के माध्यम से प्रमाणिकरण भी जरूरी है।
इंजिनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउन्सिल के रीजनल डायरेक्टर राकेश सूरज ने ईईपीसी इंडिया की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रतिभागियों से निर्यात सम्बन्धी आंकड़े साझा करते हुए सूरज ने कहा कि पिछले कुछ महिनों में इंजिनियरिंग उत्पादों के निर्यात में कमी देखने में आई है। श्री सूरज ने इंजिनियरिंग उत्पादों का देश से निर्यात बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया।
तकनीकी सत्र के दौरान एन.ए.बी.सी.बी. की लीड एम्बेसेडर शोभा हेगड़े ने वॉलेन्ट्री स्टेण्डर्ड एण्ड रेगुलेशन्स के बारे में पावर पॉईन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी दी। हेगडे ने उद्योगो के प्रतिनिधियों को सर्टिफिकेशन बॉडी चुनने के बारे में मार्गदर्शन देते हुए सिस्टम सर्टिफिकेशन पर भी प्रकाश डाला।
एन.ए.बी.सी.बी. के टेक्नीकल एक्सपर्ट अवतारसिंह ने अर्न्तराष्ट्रीय मानकों का समानीकरण तथा उद्योगो को इससे होने वाले लाभ के बारे में बताया।
एन.ए.बी.एल. के लीड एम्बेसेडर बीएम व्यास ने एनएबीएल प्रमाणीकरण के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी। प्रश्नकाल के दौरान प्रतिभागियों की शंकाओं एवं पूछे गये प्रश्नो का विषय विशेषज्ञों द्वारा समाधान किया गया। जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त निदेशक विपुल जानी ने भी विचार रखे। संचालन मानद महासचिव जतिन नागौरी ने किया।