टाउन वेण्डिंग कमेटी की पहली बैठक में वेण्डिंग व नो वेण्डिंग जोन का निर्धारण
उदयपुर। टाउन वेण्डिंग कमेटी की पहली बैठक में प्रथम जोन कोर्ट चौराहा एमबी हास्पिटल मार्ग शिक्षा भवन स्वरूप सागर राडाजी चौराहा रानी रोड राजीव गांधी उद्यान देवाली छोर फतहसागर झरना यूआईटी चौराहा मीराबाई मूर्ति पार्क मोहता पार्क चेतक सर्कल हास्पिटल होते हुए भट्टजी की बाड़ी तथा वेंण्डिंग जोन व नोन वेंण्डिंग जोन की जानकारी दी गई। इसमें एमबी हॉस्पिटल के बाहर से खड़े सभी ठेलों को हटाया जाएगा।
उपायुक्त कीर्ति राठौड़ ने बैठक में दी। अध्यनक्षता आयुक्त सिद्धार्थ सिहाग ने की। स्वावगत महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने किया। उपायुक्त राठौड़ ने ठेला व्यवयायियों को व्यवस्थित कर उन्हें सम्मानजनक स्थिति में लाने का भरोया दिलाया। कोर्ट चौराहे से चेतक सर्कल (महाराणा भूपाल चिकित्सालय के बाहर) वाला स्थान पूर्ण रूप से नो वेण्डिंग जोन घोषित है जहां न तो ठेले व्यवसायी खड़े रह सकेंगे न ही कोई ठेला व्यवसायी पैदल घूम सकेगा। यह क्षेत्र पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा जहां वेण्डर को खड़े रहने की अनुमति नही दी जाएगी। निर्धारित जोन के अन्तर्गत चिन्हित स्थानों पर ही ठेले व्यवसायियों को व्यवस्थित खड़ा किया जा सकेगा। स्थान चिन्हित कर वहां डिमार्केशन कर ठेले व्यवसायियों को कूपन दिया जाएगा। कूपन देकर उस पर व्यवसाय करने वाले ठेले व्यवसायी का नाम, स्थान का नाम, व्यवसाय में सहयोग करने वाले परिवार के सदस्यों के दो नाम अंकित किए जाएगें।
उपायुक्त ने बताया कि जहां जहां स्थान चिन्हित किए गए है वहां वेण्डर संख्या भी निर्धारित की गई है, लेकिन क्षेत्र की क्षमता के अनुसार ठेले व्यवसायियों को खडा करने की व्यवस्था की जाएगी। प्रतिबंधित क्षेत्र में किसी भी सूरत में ठेले व्यवसायियों को खडे रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्थान व लाइसेंस आवंटित होने के बाद ठेले व्यवसायी के लिए वह स्थान स्थायी हो जाएगा। उसे कोई भी हटा नहीं पाएगा। कानूनी नियम के आधार पर ही उन्हें व्यवसाय करना होगा।
स्ट्रीट वेण्डर गुमान सिंह राव ने वेण्डर्स सर्वे सही नहीं होने की बात कही जिस पर आयुक्त महोदय ने कहा कि वेण्डर्स सर्वे सही ढंग से किया गया है। सर्वप्रथम स्वीकृत कम्पनी के माध्यम से सर्वे कराया गया। तत्पश्चात एनयूएलएम की टीम ने पुनः उस सर्वे का भौतिक सत्यापन कर 3058 ठेला व्यवसायों की सूची बनाकर उसे स्वीकृत किया और आपत्ति स्वीकार की प्रक्रिया के पश्चात् उसे अन्तिम रूप देकर प्रकाशित किया।
स्ट्रीट वेण्डर निजाम शेख ने बैठक में वेण्डर्स सूची में से आधे वेण्डर्स के नाम ही होने एवं शेष वेण्डर्स के साथ अन्याय की बात उठाई तो महापौर ने कहा कि शहर की कुल जनसंख्या का ढाई प्रतिशत संख्या में ठेले व्यवसायों को खड़े करने की बात कही और कहा कि नये वेण्डर्स का स्थान चयन करना है अथवा वेण्डर्स सूची में नाम जुड़वाना है तो वह नगर निगम में आवेदन करे।
महापौर ने कहा कि स्मार्ट सिटी में शामिल उदयपुर में ठेला व्यवसायी अपना व्यवसाय स्वतंत्र रूप से कर सकें, उनके लिए अनुकूल प्रबन्ध किए जाए व उन्हें आजीविका उपार्जन हेतु उचित स्थान मिले इस पर केन्द्रित होकर हम सभी सकारात्मक रूख अपनाते हुए स्ट्रीट वेण्डर को व्यवस्थित कर सके ऐसा प्रयास हम सभी को सामूहिक रूप से करना होगा।
एनयूएलएम समिति अध्यक्ष राकेश पोरवाल ने वेण्डर्स को व्यवस्थित करने एवं उन्हे लाईसेन्स देने की प्रक्रिया को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि ठेले व्यवसायी भी अपने परिवार के ही लोग है उनके साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। साथ में सुझाव दिया कि महाराणा भूपाल चिकित्सालय के पास खड़े ठेले व्यवसायी को अलग-अलग आवश्यकतानुसार नियत स्थान पर खडा किया जाए।
स्वास्थ्य निरीक्षक नरेन्द्र श्रीमाली ने कहा कि सुखाडिया सर्कल पर एक ही व्यक्ति ने दस ठैले खडे कर किराये पर दे रखे है इसके लिए आवश्यक है, ऐसे ठेले व्यवसायी को चिन्हीत कर सूची बद्ध किया जाये जिसका टी.एस.आई. हेमन्त ने भी समर्थन किया। बैठक में डे एनयूएलएम की मैनेजर लता सिंह चौहान, लता जोशी, रजनी ठाकुर, सीओ मनीष मेघवाल सहित अन्य उपस्थित थे।