राजस्थान विद्यापीठ के विधि महाविद्यालय में प्रवेश प्रारंभ
रोजगार के साथ कर सकेंगे एलएलबी, एलएलएम व साईबर लॉ
उदयपुर। नौकरी पेशा लोगों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने वाला लगभग 60 वर्ष पुराना माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय नये सत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केन्द्र बन जायेगा। न सिर्फ वहां के पाठ्यक्रमों को नये जमाने की जरूरत के मुकाबले बदला जा रहा है बल्कि यहां आधारभूत सुविधा भी हाईटेक होने वाली है।
कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने बताया कि क्वालिट एज्युकेशन को बढावा देने के लिए विद्यापीठ के सायंकालीन महाविद्यालय में अब नौकरीपेशा एवं दिन में रोजगार करने वाले छात्र-छात्राओं को अपनी उच्च योग्यता बढाने के लिए तीन वर्षीय एल.एल.बी., पांच वर्षीय बीए एल.एन. बी. तथा एक वर्षीय एल.एल.एम तथा एक वर्षीय डिप्लोमा इन साईबर लॉ सत्र 2016-17 से प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होने बताया कि तीन वर्षीय एलएलबी में 180, पांच वर्षीय एलएलबी में 120, एक वर्षीय एलएलएम में 30 तथा एक वर्षीय डिप्लोमा इन साईबल लॉ में 40 सीटों के लिए फार्म भरने की अंतिम तिथि 20 अगस्त है। इन चारों कोर्स के लिए एससी तथा एसटी, ओबीसी के प्रवेश में छूट दी जायेगी। इसके लिए लॉ कॉलेज श्रमजीवी महाविद्यालय से 400 रू. जमा करा फार्म प्राप्त किए जा सकते है। ज्योतिष एवं वास्तु विज्ञान संस्थान में एमए ज्योंतिर्विज्ञान, बीए ज्योतिर्विज्ञान, ज्योतिष एवं वास्तु में डिप्लोमा, पूजा पद्धति एवं कर्मकांड, ज्योतिष एवं वास्तु में सर्टिफिकेट कोर्स में प्रवेश लेने की अंतिम तिथि भी 20 अगस्त है।
हाईकोर्ट के न्यायाधीश व अधिवक्ता देंगे लेक्चर : कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि पाठ्यक्रम में हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश व अधिवक्ता को लेक्चर के लिए आमंत्रित किया जायेगा तथा समय समय पर व्याख्यान व सेमीनार भी आयोजित किये जाएंगे।
प्रायोगिक शिक्षा पर जोर : कुलपति ने बताया कि लॉ कॉलेज में विज्ञान तथा आई टी टेक्नोलॉजी के आधार पर छात्र छात्राओं को जानकारी दी जायेगी। उन्होने कहा कि लॉ कालेज का पाठ्यक्रम भी इस तरह का तैयार किया गया है कि इसमें एलएलबी के साथ विद्यार्थियों को आरजेएस की तैयारी भी हो जाये। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षा पर आधारित समय समय पर कोचिंग भी दी जायेगी।