कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत का सम्मान
उदयपुर। शिक्षक मानव समुदाय के लिए एक अमृत कलश के समान है। शिक्षक इस शिक्षा रूपी अमृत का रसास्वादन कर के ही अपने समाज के सर्वांगीण विकास की नींव को मजबुत करता है, छात्रों को राष्ट्र के निर्माण में योगदान लायक बनाता है।
ये विचार जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने लोकमान्य शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में उद्बोधन में किये। अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ. शशि चित्तौड़ा ने की। विशिष्ट अतिथि डॉ. देवेन्द्रा आमेटा थी। अतिथियों का स्वागत बीएड (बाल-विकास) प्रभारी डॉ. रचना राठौड़ ने किया। विशिष्टक अतिथि प्राचार्य डॉ. शशि चितौड़ा ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने विद्यापीठ के विकास के लिए नये आयाम जोड़े आज जो विद्यापीठ है वो कार्यकर्ताओं की मेहनत तथा योग्यता के कारण उंचाईयों को छू रही है। संचालन डॉ. वृन्दा शर्मा ने किया। धन्यवाद देवेन्द्रा आमेटा ने किया। डॉ. बलिदान जैन, डॉ. सुनिता मुर्डिया, डॉ. ललित श्रीमाली, भूरालाल श्रीमाली, डॉ. हरीश मेनारिया, डॉ. ममता कुमावत, संतोष लाम्बा सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर छात्रों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी।