विद्यापीठ में कार्यशाला
उदयपुर। स्वच्छ भारत अभियान किसी एक व्यक्ति का प्रयास न हो कर अगर देश के 125 करोड़ जागरूक नागरिकों का सामूहिक प्रयास हो तो स्वच्छ भारत का यह सपना अवश्य पूरा हो सकता है। इस अभियान की शुरूआत स्व यं से करनी होगी। इसके लिए पहले अपने परिवार, मोहल्ले, गांव एवं शहर से करनी होगी। अगर शहर स्वच्छ होगा तो देश अपने आप स्वच्छ होगा। आज का युवा वर्ग तकनीकी के क्षेत्र में कई आगे निकल गया है और इस मिशन को पूरा करने में युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका अदा करनी होगी।
ये विचार जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वीविद्यालय के संघटक उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क की ओर आयोजित स्वच्छ भारत अभियान में युवाओं का योगदान विषयक कार्यशाला में अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. मंजू मांडोत ने व्ययक्तक किए। उद्घाटन मुख्य अतिथि कुलप्रमुख भंवरलाल गुर्जर, कच्छ विश्वमविद्यालय गुजरात के प्रो. मुकेश प्रजापत, प्राचार्य डॉ. मंजू मांडोत, डॉ. नवल सिंह, डॉ. सुनील चौधरी ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया।
मुख्य अतिथि भंवर गुर्जर ने कहा कि समाज कार्यकर्ता ग्रामीण स्वच्छता हेतु चेन्ज मेकर के रूप में दो स्तर पर कार्य कर सकता। प्रथम ग्रामीण सामुदायिक स्तर पर आमजन में जनजागृति पैदा कर तथा सरकार की योजनाओं के साथ आम जन को जोड कर पूरा कर सकते है। सेमीनार में डॉ. वीणा द्विवेदी, डॉ. अवनीश नागर, डॉ. नवल सिंह, डॉ. सुनील चौधरी ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन डॉ. वीणा द्विवेदी ने किया जबकि धन्यवाद डॉ. सुनील चौधरी ने दिया।
छात्र छात्राओं ने व्यक्त किए उद्गार : कार्यशाला में कच्छ विश्वीविद्यालय गुजरात एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने स्वच्छ भारत अभियान में युवाओं की भूमिका पर विचार व्यक्त किए। श्रेष्ठ प्रतिभागियों को अतिथियों ने सम्मानित किया।