उदयपुर। राष्ट्र सन्त गणिनी आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी एवं ससंघ व प्रज्ञामति माताजी की निश्रा में 26 नवम्बर को बलीचा स्थित सुप्रकाशमति ध्यान केन्द्र पर में संगमरमर से निर्मित मन्दिर 1008 कामधेनु श्री शान्तिनाथ जिन मन्दिर एवं वयोवृद्ध साधु सन्तों के लिए निर्मित प्रेम लहरी आहार कक्ष लोकार्पण किया जाएगा। इससे पूर्व आज गणिनी आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी खरपीणा गांव पंहुची।
ध्यानोदय क्षेत्र श्री सुप्रकाशमति ध्यान केन्द्र ट्रस्ट मण्डल के मुख्य ट्रस्टी ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि मणिवात्सल्य भवन का लोकार्पण मुबंई के महेन्द्र शमिला रजवात परिवार एवं आहार कक्ष का लोकार्पण आसपुर के कमल प्रकाश चन्दावत परिवार द्वारा किया जाएगा।
गोदावत ने बताया कि ध्यान केन्द्र में प्रवेश के दौरान सुप्रकाश बाल मण्डल के 14 वर्ष तक के बच्चों का घोष इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगा, जो गुरू मां की अगवानी करेगा। इससे पूर्व सुप्रकाश ज्योति मंच की महिला शाखा की सदस्याएं मगल कलश ले कर चलेगी। इस अवसर पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि गुलाबचन्द कटारिया, विशिष्ठ अतिथि नगर विकास प्रन्यास चेयरमेन रविन्द्रश्रीमाली,जिला प्रमुख शान्तिलाल मेघवाल डूूंगरपुर नगर पालिका के अध्यक्ष के.के.गुप्ता होगें जबकि अध्यक्षता महापौर चन्द्रसिंह कोठारी करेगें।
इस अवसर पर सुनदरलाल भाणावत, पारस सिंघवी, जिनेन्द्र शास्त्री,एवं जयेश चम्पावत भी मौजूद रहेंगे। समारोह में देश भर से अखिल भारतीय सुप्रकाश ज्योति मंच एवं ध्यानोदय ट्रस्ट मण्डल के ट्रस्टी भी शािमल होंगे।
ट्रस्ट के संयोजक हीरालाल मालवी ने बताया कि 26 को प्रातः 8 बजे गुरू मां एवं प्रज्ञामति माताजी का मंगल प्रवेश होगा। तत्पश्चात जिनाभिषेक, शान्तिधारा, शान्तिनाथ महामण्डल विधान, 24 तीर्थंकर बोधी वृत निर्धारण, पाद प्रक्षालन एवं गुरू मां के आशीवर्चन एवं लोकार्पण के साथ समारोह सम्पन्न होगा। इस क्षेत्र के निर्माण की अनुमानित लागत 10 करोड़ रूपयें है। यह स्थल आगामी तीन वर्षो में शहर की जनता के लिए एक तीर्थ का रूप ले लेगा। इस क्षेत्र में मां ज्वालामालीनी मन्दिर मुख्य आकर्षण के साथ-साथ जैन दर्शन में जीवन जीनें की कला का संगम के रूप में प्रसिद्ध होगा।