उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की 44 वीं प्रबन्ध मण्डल की बैठक में राजस्थान कृषि महाविद्यालय के प्रसार शिक्षा विभाग में महाराणा प्रताप शोध पीठ की स्थापना करने का निर्णय के तहत प्रसार शिक्षा विभाग में महाराणा प्रताप शोधपीठ के कार्यालय का उद्घाटन प्रो. एनएस राठौड़, उपमहानिदेशक (शिक्षा), भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली एवं कुलपति प्रो. उमा शंकर शर्मा ने किया।
प्रो. राठौड़ ने कहा कि यह निर्णय इस समय में काफी सार्थक हैं तथा महाराणा प्रताप के समकालीन कृषि से संबंधित पहलुओं को चिहिन्त कर उस पर अनुसन्धान किया जाना आज की महती आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान प्रो. उमा शंकर शर्मा ने बताया कि यह शोध पीठ मेवाड़ मे हुये कृषि विकास और समकालीन प्राचीन साहित्यों में उल्लेखित कृषि ज्ञान पर शोध कर संकलन किया जाएगा तथा इस संकलन से इस क्षेत्र के कृषक समुदाय का उत्थान होगा। प्रो. शर्मा ने बताया कि महाराणा प्रताप के समय में विकसित की गई कृषि तकनीकों को चक्रपाणी मिश्रा ने विश्ववल्लभ ग्रन्थ में उल्लेखित किया था जिसको आज प्रमाणीकरण कर किसान समुदाय में हस्तान्तरित किया जाएगा। शोध पीठ के प्रभारी डॉ. एफएल शर्मा, विभागाध्यक्ष प्रसार शिक्षा विभाग ने महाराणा प्रताप शोध पीठ से संबंधित पत्रिका तैयार की, जिसका अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया। संचालन प्रो0 एफएल शर्मा, विभागाध्यक्ष प्रसार शिक्षा विभाग द्वारा करते हुये सभी का आभार व्यक्त किया।