पांच दिवसीय एक्यूपॉइन्ट शिविर कल अंतिम दिन
उदयपुर। एक्यूप्रेशर व एक्यू पॉइन्ट से रोग के निदान में कुछ अन्तर होता है। एक्यूप्रेशर में हथेली या पाव में पॉइन्ट दे कर रोग का उपचार किया जाता है जबकि एक्यू पॉइन्ट में जिस जगह दर्द होता है उसी स्थान पर पॉइन्ट देकर रोग को दूर करने का प्रयास किया जाता है।
ऐसा ही एक्यू पॉइन्ट शिविर 15 जनवरी से महावीर इन्टनरेशनल द्वारा मेवाड़ मोटर्स गली स्थित जिनदत्त सूरी धर्मशाला में आयोजित किया जा रहा है। कुछ रोगी ऐसे भी आये जो 30 वर्षेों से घुटनों का दर्द सहन कर रहे थे लेकिन इस शिविर में आने के बाद मात्र 2 दिन में करीब 60 प्रतिशत घुटनों के दर्द में राहत महसूस की।
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए जगदीशचन्द्र पानेरी ने बताया कि बीकानेर के एक्यूपॉइन्ट विशेषज्ञ अमरसिंह सिसोदिया शिविर में जिस प्रकार के रोग के निश्चित स्थान पर पॉइन्ट दे कर रोग को दूर कर रहे है। मैं भी पिछले 30 वर्षो से घुटनों का असहनीय दर्द झेल रहा था लेकिन शिविर में आने के बाद मात्र 2 दिन में 90 प्रतिशत दर्द से छुटकारा मिल गया है। 54 वर्षीय संगीता जैन ने बताया कि 5 साल से घुटनों के दर्द की शिकायत थी, चिकित्सकों ने ऑपरेरूशन की सलाह भी दे दी थी लेकिन शिविर में आने से उस दर्द में 50 से 60 प्रतिशत तक लाभ मिला है। 64 वर्षीय उषा लोढ़ा ने बताया कि वं महावीर इन्टरनेशनल द्वारा आयोजित किये जाने वाले चिकित्सा शिविर में हमेशा से भाग लेती रही हैं। इस शिविर में आने से उनके घुटनों के भारी दर्द मे काफी लाभ मिला है। महावीर इन्टरनेशनल के अध्यक्ष बीएल खमेसरा ने बताया कि एक्यूपॉइन्ट विशेषज्ञ अमरसिंह सिसोदिया द्वारा घुटनों के दर्द, साईटिका, फ्रोजन शेाल्डर, लकवा, माइग्रेन, स्लिप डिस्क आदि बीमारियों का सफलतापूर्वक निशुल्क इलाज कर रहे हैं।