उदयपुर। छात्र अपने जीवन में आने वाली हर बाधा को पार कर आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे तो वे अपने जीवन में कभी असफल नहीं हो सकते। आवश्यकता है तो निष्ठा, ईमानदारी एवं लगन के साथ आगे बढ़ने की।
अवसर था जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क के सभागार में आयोजित डॉ. पूनम कृष्णा दईया फैलोशिप 2017 के समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने अपने उद्बोधन में कही। उन्होंने दईया फेलोशिप के ट्रस्टी का आभार व्यक्त करते हुए कि यह फैलोशिप पाकर छात्र आगे पढाई करता है और इसे जीवनपर्यन्त याद रखता है। उन्होने छात्र-छात्राओं का आव्हान किया कि लेने व समय आने पर देने की प्रवृत्ति अवश्यख रखें। उन्होंने कहा कि डॉ. दईया हिन्दी के साथ साथ राजस्थानी के घोर पक्षधर थे। मुख्य अतिथि फिल्म निर्माता निर्देशक भानु भारती ने कहा कि डॉ. पूनम दईया एक जिंदा इंसान थे और वे कर्म में विश्वाशस करते थे। संचालन डॉ. अवनीश नागर ने किया। धन्यवाद सुनिल दईया ने दिया।