महावीर जयंती: अल्पसंख्यक पर सेमिनार, आज सांस्कृतिक संध्या
उदयपुर। भारतीय जैन संघटना के अल्पसंख्यक जनजागृति अभियान के राष्ट्रीय संयोजक अहमदाबाद के निरंजन जुंवा जैन ने कहा कि हम अपनी संस्कृति, लिपि और भाषा से अलग-थलग पड़ रहे हैं जो हमारे सांस्कृतिक अस्तित्व के लिए खतरा है। उन्होंने अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों के तहत जैन समाज के राष्ट्रीय स्तर पर संस्कृति, संरक्षण के कार्यक्रमों का निर्माण कर केन्द्र सरकार द्वारा प्रभावी बनाने का आव्हान किया।
वे बुधवार को सकल जैन समाज की प्रतिनिधि संस्था महावीर जैन परिषद के बैनर तले महावीर जयंती के उपलक्ष्य में अणुव्रत चौक स्थित तेरापंथ भवन में जैन समाज के लिए अल्पसंख्यक के लाभ पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। विषिष्ट अतिथि युवा उद्यमी सुनील लुणावत थे।
उन्होंने कहा कि बीजेएस अल्पसंख्यक जनजागृति पर अभियान चला रही है। इसके तहत उन्होंने अल्पसंख्यक होने के लाभ, इसके संवैधानिक अधिकार एवं इस बारे में भ्रांतियां और उनके निराकरण की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थाओं को जयपुर स्थित मंत्रालय में अपना पंजीकरण कराना चाहिए जिससे उन्हें प्रषासनिक लाभ मिल सके। इससे मूलभूत सुविधाओं के साथ आर्थिक अनुदान भी मिल सकता है। इसी तरह धार्मिक क्षेत्र में भाषा, लिपि, संस्कृति के अल्पसंख्यकों को विषेष अधिकार प्राप्त हैं। जैन समाज के आम सहित विषिष्ट वर्ग को भी इसकी जानकारी रखनी चाहिए। संस्कृति को संरक्षित करने के लाभों में यथा इनका कभी अधिग्रहण नहीं किया जा सकता।
केन्द्र सरकार के अधीन एनएमडीएफसी दिल्ली एक स्वायत्त संस्था है जो व्यापारियों को निहायत ही कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराती है। ये ऋ़ण राज्य सरकार के राजस्थान अल्पसंख्यक विकास एवं वित निगम के मार्फत उपलब्ध कराए जाते हैं। व्यापारियों को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। इसी तरह विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति, फ्री कोचिंग एवं फैलोषिप की बहुत ही आकर्षक सुविधा है। इसके साथ ही नगण्य ब्याज दर पर शैक्षणिक ऋण उपलब्ध हो जाता है। इन सभी का लाभ जानकारी के अभाव में नहीं लिए जा पा रहे हैं।
स्वागत उद्बोधन में परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने महोत्सव के शेष कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि महावीर जयंती के कार्यक्रमों में अल्पसंख्यक सेमिनार इसलिए रखा गया है ताकि आम जैन जन को जागृति हो और उसका लाभ उठाया जा सके। केन्द्र सरकार द्वारा आवंटित फण्ड लैप्स हो जाता है। इसका उद्देष्य सिर्फ यही है कि जैन समाज के जरूरतमंद तबके को इसका लाभ मिले। आल इंडिया जैन माइनोरिटी सेल मेवाड़ का गठन भी किया गया है जिसका विधिवत ऑफिस जल्द ही चालू होगा। आगामी 9 अप्रेल को निकलने वाली शोभायात्रा का इस बार का मुख्य आकर्षण 1000 युवक-युवतियों की दुपहिया वाहन रैली होगी।
इस अवसर पर चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग में अमिषा जैन, कृत्वि कोठारी एवं निषा सामर तथा कनिष्ठ वर्ग में मुस्कान पालीवाल, पार्थ जैन तथा विधि पोरवाल क्रमषः प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे थे।
आरंभ में अतिथियों जुंवा, लुणावत, सूर्यप्रकाष मेहता का स्वागत सेमिनार संयोजक धीरेन्द्रसिंह मेहता, कुलदीप नाहर, सुनील मारू, दीपक सिंघवी, अषोक कोठारी, राजेष मेहता, श्याम नागौरी, मनीष गलुण्डिया, सुधीर चित्तौड़ा ने मेवाड़ी पगड़ी एवं उपरणा ओढ़ाकर किया गया। मंगलाचरण आशा कोठारी एवं समूह ने किया। संचालन महेन्द्र तलेसरा ने किया। आभार दीपक सिंघवी ने व्यक्त किया।
परिषद की महिला विंग की विजयलक्ष्मी गलुण्डिया ने बताया कि गुरुवार को नगर निगम प्रांगण में उदयपुर के जैन समाज की महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक नृत्य, नाटिकाओं की प्रस्तुति होगी।