महावीर जन्मकल्याणक के तहत विपिन पोरवाल की भक्ति संध्या
उदयपुर। नमो नमो नवकार मंत्र है प्यारा… एक बार प्रेम से जय जिनेन्द्र बोलिये जैसे भक्ति गीतों से आरंभ हुई भक्ति संध्या में जब गीतों की गूंज उठी तो भगवान महावीर के स्मरण में लोग ऐसे झूमे कि समय का पता ही नहीं चला।
मौका था भगवान महावीर के जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में शुक्रवार शाम भारतीय लोक कला मंडल में श्री महावीर युवा मंच संस्थान के तत्वावधान में आयोजित बेटे का क्यों मान है जग में, बेटी का क्यों मान नहीं.. मुझे बताओ दुनिया वालों बेटी क्या इंसान नहीं जैसी विख्यात कविता के रचियता युवा जैन संगीतकार बेंगलुरु के विपिन पोरवाल की भक्ति संध्या का। विपिन ने भक्ति गीतों की मानों सुर सरिता ही बिखेर दी लेकिन लोगों के आग्रह पर उन्होंने अपनी प्रसिद्ध बेटी की कविता जब सुनाई जो पांडाल में मौजूद महिलाओं की अश्रु धारा बह निकली। नमस्कार महामंत्र से मंगलाचरण के बाद विपिन ने अपनी सुर प्रवाह धारा बहाई। भक्ति संध्या के सौजन्यकर्ता कमल हिंगड़ का मेवाड़ी पगड़ी, उपरणा, माल्यार्पण एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। इनके साथ अन्य अतिथियों देवीलाल हिंगड़, सुनील जोषी, रोषनलाल बापना, श्याम नागौरी, तपोनिधि अलंकरण प्राप्त जीवनसिंह मेहता, पुष्पेन्द्र परमार एवं परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत का भी सम्मान किया गया।
कार्यक्रम संयोजक श्याम नागौरी ने बताया कि खचाखच भरे परिसर में विपिन ने वीर मेरे पथ… , हर जनम में…, माया ममता मोह का बंधन.., मां लोरी की जगह महावीर के भजन सुनाया कर.., तकदीर वाले हैं जो मां की करे भक्ति… जैसे भक्ति गीत सुनाकर विपिन ने माहौल को भावुक कर दिया। इसके बाद एक डोली चली एक अर्थी चली… गीत भी सुनाकर श्रोताओं को मुग्ध कर दिया। विपिन ने श्रोताओं को भगवान महावीर के जन्म से सम्बन्धित प्रसंग सुनाए तो श्रोता भाव विभोर होकर खुद को तालियां बजाने से नहीं रोक पाए।
संस्थान के मुख्य संरक्षक एवं महावीर जैन परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि आज आठवां दिन है जब दस दिवसीय कार्यक्रमों के तहत सकल जैन समाज ने अपनी एकजुटता दिखाई है। यही संकल्प रविवार को शोभायात्रा में भी दिखाई देना चाहिए। कार्यक्रम का सफल संचालन महेन्द्र तलेसरा ने किया। अतिथियों का स्वागत करने में संस्थान के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाष चोरडिया, लक्ष्मण शाह, दीपक सिंघवी, सुधीर चित्तौड़ा आदि शामिल थे।
पुरस्कार : इससे पहले वर्ष 2015 में शोभायात्रा में बैंड के रूप में विशेष सहभागिता के लिए जैन नीति नवयुवक मंडल एवं दिगम्बर जैन बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय को पुरस्कृत किया गया। झांकियों में अरिहंत ग्रामीण विकास संस्था, महावीर जैन विद्यालय संस्थान एवं जवाहर जैन शिक्षण संस्थान, विद्यालय सहभागिता में दिगम्बर जैन उच्च माध्यमिक विद्यालय, महावीर विद्या मंदिर गणेश घाटी एवं महावीर जैन विद्यालय संस्थान, महिला संगठनों में जैन प्रगति महिला मंच, कुन्थु जाग्रति महिला मंच एवं वर्धमान स्थानकवासी जैन श्राविका संघ तथा पुरुष संगठनों में तेरापंथ युवक परिषद, समता युवा संघ एवं सम्यक सेवा संस्था को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसी तरह वर्ष 2016 में झांकियों में महावीर जैन विद्यालय, समता युवा संस्थान तथा जैन जागृति महिला मंच, विद्यालयों में दिगम्बर बालिका उमा विद्यालय, महावीर विद्या मंदिर गणेशघाटी तथा अग्रवाल जैन बाल मंदिर, महिला संगठनों में पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन महिला मंडल, दिगम्बर जैन दशाहुमड़ तथा जैन प्रगति महिला मंच और पुरुष संगठनों में समता युवा संघ, बड़ी सादड़ी जैन मित्र मंडल तथा तेरापंथ समाज को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार प्रदान किए गए।