द इंग्लिश स्पीच डामा एकेडमी हेलन ओ ग्रेडी का वार्षिक उत्सव
उदयपुर। द इंग्लिश स्पीच डामा एकेडमी हेलन ओ ग्रेडी हिरणमगरी से. 4 का वार्षिक उत्सव आज आयड़ पुलिया स्थित लेकसिटी मॉल में आयोजित किया गया। जिसमें नर्सरी कक्षा के 3 वर्ष के बच्चों से लेकर कक्षा 9 तक के 14 वर्ष तक के 60 से अधिक बच्चों ने अंग्रेजी में नाटकों का मंचन कर सभी को चौंका दिया। समारोह में तीन वर्ष का डामा डिप्लोमा करने वाले पांच बच्चों को सर्टिफिकेट प्रदान किय गये।
एकेडमी की रति उप्पल ने बताया कि इस अवसर पर बच्चों ने 6 नाटकों का अग्रेंजी भाषा में मंचन किया। द कॉल ऑफ द वाइल्ड, फैंसी देट, एन्ट्स एण्ड द चॉकलेट केक, लीग ऑफ फ्रीकी क्रिएचर, इ जाइन्ट ओक्टोपस, पिरेट जॉय नामक नाटकों का अंग्रेजी में मंचन कर सभी को हतप्रभ कर दिया। मेहरा ने बताया कि जहंा इस उम्र में बच्चें अग्रेंजी भाषा सीखने का प्रयास करते है, उस उम्र में इस हिन्दी भाषा बाहुल्य शहर में अंग्रेजी में नाटकों का मंचन कर करना इन बच्चों के लिए एक सराहनीय प्रयास है।
एकेडमी की दिव्या मेहरा ने बताया कि बच्चों ने द कॉल ऑफ द वाइल्ड नाटक जंगल पर आधारित था जिसमें शेर को बचाने का मार्मिक संदेश दिया गया। फैंसी देट नाटक फैंसी डेस प्रतियोगिता पर आधारित था जिसमें एक हाई प्रोफाईल पार्टी चल रही होती है और उसमें एक लडक़ी अपना हार खो देती है। उस पार्टी में एलियन्स आ कर उस लडक़ी का हार ले जाते है और उन पर हार ले जाने का आरोप लगता है।
एन्ट्स एण्ड द चॉकलेट केक नाटक में चीटियां भूखी होती है और वे खाने के लिए इधर-उधर भटकती है तभी उन्हें एक घर में खाने की खूशबू आती है है और वहंा जा कर देखती है तो उन्हें चोकलेट केक दिखाई देता है जिसे वे चट कर जाती है। लीग ऑफ फ्रीकी क्रिएचर नाटक ने जनता को खूब गुदगुदाया क्योंकि यह नाटक भूतों की दुनिया पर आधारित था क्योंकि भूतों की एक मीटिंग चल रही होती है जिसमें वे अपने इश्यू फेस करने पर होने वाली परेशानी पर चर्चा कर उनका समाधान निकालने का प्रयास करते हैं।
द जाइन्ट ओक्टोपस नामक नाटक समुद्री जीव पर आधारित होता है अनेकता में एकता का संदेश देता है। नाटक दिखाने का प्रयास करता है कि एकता में ही बल होता है। पिरेट जॉय समुद्री लुटेरे पर आधारित था जिसमें केप्टन अपने जहाज के कू मेम्बर को परेशान करता है और कू मेम्बर उसको केप्टन से हटाकर अपने किसी आदमी को बिठाने की रणनीति पर विचार करते है।
डिप्लोमाधारी को मिले सर्टिफिकेट : एकेडमी में तीन वर्ष का डामा सीखने का कोर्स करने वाले पांच विद्यार्थियों अर्जुन भारद्वाज, आरशी लोढ़ा, कुशाग्र रांका, मानवी खत्री व संभव जैन को सर्टिफिकेट एवं पारितोषिक प्रदान किये।